भारतीय टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी हार्दिक पंड्या पीठ की चोट के कारण एक महीने से टीम से बाहर हैं। पंड्या की चोट इतनी गहरी थी कि इंग्लैंड में सर्जरी की जरूरत पड़ी। वह इस समय रिहैबिलिटेशन प्रक्रिया से गुजर रहे हैं जिसके कारण वह वेस्टइंडीज के खिलाफ 6 दिसंबर से शुरू हो रहे टी-20 सीरीज में टीम का हिस्सा नहीं हैं। युवा ऑलराउंडर शिवम दुबे बांग्लादेश के खिलाफ बॉल से अपने प्रदर्शन से प्रभावित करने में कामयाब रहे थे। ऐसे में उन्हें एक बार फिर विंडीज के खिलाफ टीम में चुना गया है। शिवम दुबे ने पंड्या की जगह टीम में चुने जाने पर पहली बार अपनी बात मीडिया के सामने रखी है। शिवम दुबे ने कहा कि वह भारत की टी20 टीम में हार्दिक पंड्या की जगह लेने की कोशिश में नहीं जुटे हैं लेकिन निश्चित रूप से मिलने वाले मौके का फायदा उठाने का प्रयास करेंगे। दुबे वेस्टइंडीज के खिलाफ आगामी सीमित ओवर की सीरीज की तैयारियों में जुटे हैं जो पहले टी20 मैच के साथ शुरू हो रही है।

मुंबई के इस ऑलराउंडर ने अभी तक तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं जो सभी बांग्लादेश के खिलाफ थे जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 30 रन देकर तीन विकेट था। यह पूछने पर कि क्या वह हार्दिक को टीम से बाहर करने की कोशिश में हैं तो शिवम ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि यह हार्दिक को हटाने का मौका है लेकिन मुझे लगता है कि मुझे मौका मिला है और मैं अपने देश के लिए अच्छा करने का प्रयास करूंगा। मुझे अपने देश के लिए काम करना है और मैं इसे बेहतर तरीके से करने की कोशिश करूंगा।’

शिवम मुख्यत: गेंदबाजी ऑलराउंडर है, जो बड़े शॉट लगा सकते हैं और वह वेस्ट इंडीज के खिलाफ तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय में खुद को साबित करने का लक्ष्य बनाए हैं। अभी तक खेले तीन मैचों में उन्होंने इतना शानदार प्रदर्शन नहीं दिखाया, वह बांग्लादेश के खिलाफ बस एक बार तीन विकेट ही झटका पाए थे। लेकिन उन्होंने कहा कि उन्हें विराट कोहली और टीम प्रबंधन का सहयोग प्राप्त है। उन्होंने कहा, ‘हर कोई मेरा उत्साह बढ़ा रहा है। कप्तान और टीम प्रबंधन से काफी सहयोग मिल रहा है। इससे मेरा आत्मविश्वास बढ़ता है। इसलिए ड्रेसिंग रूम में मैं खुश और रिलैक्स महसूस करता हूं।’

शिवम ने कहा कि फिटनेस ऑलराउंडर की सफलता में काफी अहम होती है। उन्होंने कहा, ‘ऑलराउंडर होना हमेशा मुश्किल होता है। मेरे लिए बतौर ऑलराउंडर सबसे अहम अपना फिटनेस स्तर बरकरार रखना होता है क्योंकि आपको बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों करने की जरूरत होती है। इसलिए फिटनेस बनाए रखना सबसे मुश्किल काम होता है।’ (भाषा इनपुट के साथ)