world cup 2019: विश्वकप 2019 का पहला मैच इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच गुरुवार को खेला जाएगा। इस मैच से पहले क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने विश्वकप के इस फॉर्मेट को लेकर नाराज़गी व्यक्त की है। दरअसल ये विश्वकप लीग अंदाज़ में खेला जाएगा और इसमें सिर्फ 10 टीमें हिस्सा ले रही हैं। ऐसे में सचिन का मानना है कि विश्वकप में ज्यादा से ज्यादा टीमों को खेलने का मौका मिलना चाहिए। छोटी टीमों के लिए विश्वकप अपने आप को साबित करने का एक बड़ा प्लेटफार्म है।

सचिन ने कहा इसे विश्वकप कहते हैं तो इसका ये मतलब है की सभी देश इसमें भाग ले। उन्होंने कहा “आदर्श रूप से अगर इसे विश्व कप कहा जाता है तो दुनिया को भाग लेना चाहिए। हमें और अधिक टीमों को शामिल करने के तरीके खोजने की आवश्यकता है। मैं विश्वकप में 10 से अधिक टीमों को भाग लेते देखना पसंद करूंगा, लेकिन साथ ही साथ खेल के मानक पर समझौता नहीं करूंगा।” बता दें इस से पहले विश्वकप में कम से कम 14 टीमें खेलती थीं। फॉर्मेट बदल जाने के कारण ज़िम्बाब्वे, आयरलैंड, नीदरलैंड, यूएई और ओमान जैसे एसोसिएट देशों को मौका नहीं मिला।

सचिन ने छोटी टीमों के प्रदर्शन को लेकर कहा “यह प्रारूप सब को टूर्नामेंट में वापस करने का मौका देता है। कई बार छोटी टीम बड़ी टीमों को हराकर आगे बढ़ जाती हैं। यदि यह खराब दिन है तो आपके पास ठीक होने का समय है और यह प्रारूप आपको उबरने की अनुमति देता है।” बता दें कई बार विश्वकप में उलटफेर देखे गए हैं। 2003 विश्वकप में केन्या सेमीफइनल तक पहुंच गई थीं। वहीं 2007 में बांग्लादेश ने भारत को तो आयरलैंड ने पाकिस्तान को हराकर ग्रुप स्टेज से बाहर कर दिया था। 2011 में आयरलैंड ने इंग्लैंड को एक लीग मैच में हरा दिया था।