पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट के साजो-सामान बनाने वाली ऑस्ट्रेलियाई कंपनी स्पॉर्टन पर मुकदमा दायर किया है। सचिन ने आरोप लगाया है कि उनके नाम और फोटो का इस्तेमाल कर कंपनी अपने उत्पादों को प्रमोट कर रही है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि कंपनी ने उन्हें 20 लाख डॉलर (करीब 14 करोड़ रुपए) का भुगतान भी नहीं किया है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने दायर मुकदमें के दस्तावेजों के हवाले से यह जानकारी दी।
दस्तावेजों के मुताबिक सचिन ने यह मुकदमा 5 जून को फेडरल कोर्ट में दायर किया है। सिडनी स्थित इस कंपनी का पूरा नाम स्पॉर्टन स्पोर्ट्स इंटरनेशनल है। कंपनी ने पूर्व बल्लेबाज के नाम और फोटो का इस्तेमाल अपने उत्पादों को प्रमोट करने के लिए उन्हें कम से कम 1 मिलियन डॉलर का भुगतान करने के लिए कहा था। इसके साथ ही सचिन ने कंपनी के उप्तादों को प्रमोट करने के लिए लंदन और मुंबई में इवेंट्स में भाग भी लिया था।
मुकदमे के साथ दायर दस्तावेजों के मुताबिक सितंबर 2018 तक सचिन को किसी तरह का भुगतान नहीं किया गया। जिसके बाद सचिन ने कंपनी से करार तोड़ने के बाद अपने नाम और फोटो का इस्तेमाल करने के लिए मना कर दिया। लेकिन इसके बावजूद भी कंपनी सचिन के नाम और फोटो का इस्तेमाल प्रमोशन के लिए करती रही। न्यूज एजेंसी ने मामले में कंपनी के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर से सवाल किए हैं लेकिन उनकी तरफ से कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी गई।
गौरतलब है कि सचिन टेस्ट और वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में 34 हजार से ज्यादा रन बनाए हैं। यही नहीं उन्होंने शतकों का शतक भी बनाया है। उनका 24 साल का क्रिकेट करियर 2012 में खत्म हुआ था। 2012 में सचिन को ऑस्टेलिया ने अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान में से एक ‘ऑर्डर ऑफ आस्ट्रेलिया’ का मानद सदस्य बनाया था।