विराट कोहली की कप्‍तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर आईपीएल 10 से बाहर होने वाली पहली टीम बन गई है। राइजिंग पुणे सुपरजाएंट के हाथों 61 रन की हार के साथ ही उसके प्‍लेऑफ में जाने के सारे रास्‍ते बंद हो गए। बेंगलुरु की टीम 157 रन के लक्ष्‍य का पीछा करते हुए बुरी तरह नाकाम रही और निर्धारित 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 96 रन ही बना सकी। कप्‍तान विराट कोहली (55) को छोड़कर कोई भी बल्‍लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाया। बेंगलोर की टीम की 10 मैचों में यह सातवीं हार थी। उसने अभी तक केवल दो मैच जीते हैं और एक मैच बारिश के चलते बेनतीजा रहा था। वहीं पुणे की टीम ने पांचवां मैच जीतकर चौथे नंबर पर कब्‍जा बरकरार रखा है।

बेंगलोर की टीम लगातार तीसरे मैच में बल्‍लेबाजों के घटिया प्रदर्शन के चलते हारी है। इससे पहले दो मैचों में तो वह ऑलआउट हो गई थी। कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ मैच में बेंगलोर केवल 49 रन पर सिमट गई थी। यह आईपीएल इतिहास का न्‍यूनतम स्‍कोर है। पुणे के खिलाफ भी बेंगलोर की शुरुआत खराब रही। 11 रन के कुल स्‍कोर पर ट्रेविस हेड (2) के रूप में पहला विकेट गिरा। इसके बाद एबी डिविलियर्स (3) के रूप में दूसरा विकेट 32 रन के टीम स्‍कोर पर गिर गया। इसके बाद तो आयाराम-गयाराम की स्थिति बन गई। केदार जाधव (7), सचिन बेबी (2), स्‍टुअर्ट बिन्‍नी (1), पवन नेगी (3), एडम मिल्‍ने (5), सेम्‍युअल बद्री (2) दहाई के आंकड़े तक भी नहीं पहुंच पाए।

मैच के बाद विराट कोहली की निराशा साफ जाहिर हो रही थी। उन्‍होंने कहा, ”मुझे लगता है कि सबने देखा कि हमने यह मैच गंवाया है। ऐसे प्रदर्शन के बाद एक कप्‍तान के लिए यहां खड़े होना और बात करना मुश्किल है। हमने मैच जीतने के बजाय हारे हैं।” हार के कारणों के बारे में वे बोले कि इसके कुछ कारण हैं। कोई एक कारण नहीं बताया जा सकता।” जिस तरह से कोहली बात कर रहे थे उससे साफ लग रहा था कि टीम के प्रदर्शन से उन्‍हें काफी दुख पहुंचा है। बता दें कि इस सीजन में दो बार रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर की टीम 160 रन का पीछा करते हुए भी बुरी तरह हारी है। इन दो मैचों में से एक में आरसीबी 82 और दूसरे में 61 रन से हारी है।