भारत और बांग्लादेश के बीच कल (9 फरवरी) से पहला टेस्ट मैच हैदराबाद में खेला जाएगा। लेकिन सबकी नजरें होंगी भारत के स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन पर। अगर बांग्लादेश कल पहले बल्लेबाजी करता है और अश्विन उसके दो खिलाड़ियों को आउट करने में कामयाब हो जाते हैं तो वह टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 250 विकेट लेने वाले गेंदबाज बन जाएंगे। फिलहाल अश्विन 44 टेस्ट खेल चुके हैं और 248 विकेट उनके नाम दर्ज हैं।

फिलहाल सबसे तेज 250 विकेट लेने का रेकॉर्ड पूर्व अॉस्ट्रेलियाई दिग्गज डेनिस लिली के नाम है, जिन्होंने 48 मैचों में 23.37 की औसत से 251 विकेट चटकाए थे। इसके अलावा साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन भी को भी 250 विकेट तक पहुंचने के लिए 49 टेस्ट लगे थे। उन्होंने 22.82 की औसत से 255 विकेट लिए थे। साउथ अफ्रीका के एलन डॉनल्ड ने 50 टेस्ट मैचों में 251 विकेट अपने नाम किए थे। इस दौरान उनका औसत 22.11 रहा। उन्होंने 16 बार 5 विकेट भी लिए थे।

इस कड़ी में अगला नाम आता है पाकिस्तान के स्विंग सुलतान वकास यूनुस का। वकार ने 51 टेस्ट मैचों में 254 विकेट चटकाए थे और उनका औसत 21.72 रहा जो सबसे जल्दी 250 विकेट लेने वाले गेंदबाजों में सबसे बेहतर है। उन्होंने 20 बार 5 विकेट भी लिए थे। वहीं इस लिस्ट में एकलौते स्पिनर श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन भी सबसे तेज 250 विकेट नहीं ले पाए थे। उन्हें भी 253 विकेट लेने के लिए 51 टेस्ट मैचों का इंतजार करना पड़ा था।

इससे पहले 7 फरवरी को अश्विन ने कहा था कि उप्पल के राजीव गांधी स्टेडियम में उन्हें अपनी गेंदबाजी में अधिक कल्पनाशील बनने में मदद मिलेगी। अभ्यास पिचों पर 6 फरवरी को अभ्यास सत्र के दौरान गेंद अधिक उछाल नहीं ले रही थी लेकिन अश्विन इससे निराश नहीं हुए। उन्होंने बीसीसीआई.टीवी से कहा था, ‘इस मैदान के मुख्य विकेट पर उछाल थोड़ी अधिक है। पूरी व्यवस्था शानदार है। आउटफील्ड पूरी तरह से हरी भरी है। यह स्पिनरों के लिये बड़ा मैदान है। आप छोटे प्रारूप के मैचों में गेंद को थोड़ा आगे पिच करा सकते हो। यहां की उछाल से आपको अधिक कल्पनाशील बनने में मदद मिलती है।’

बांग्लादेश के बारे में अश्विन ने कहा था कि उनकी टीम मेहमान टीम को हल्के से नहीं लेगी और क्योंकि उनके पास अच्छे खिलाड़ी हैं। उन्होंने कहा था, ‘वे न्यूजीलैंड का दौरा करके आये हैं और और हम सभी जानते हैं कि न्यूजीलैंड का दौरा करना आसान नहीं है।’