भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड़ इन दिनों भारतीय अंडर 19 और इंडिया ए के मुख्य कोच हैं। ऐसे में जब उन्हें राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) का प्रमुख बनाया गया तो उनके खिलाफ ‘हितों के टकराव’ को लेकर शिकायत की गई थी जिसका फैसला जल्द आने वाला है। ‘हितों के टकराव’ लंबे समय से पूर्व खिलाड़ियों की गले की फांस बना हुआ है।
द्रविड़ को लेकर चल रहे हितों के कथित टकराव के मामले की सुनवाई मंगलवार को यहां समाप्त हुई और बीसीसीआई के आचरण अधिकारी डीके जैन ने कहा कि ‘उनका आदेश जल्द ही आ सकता है’। एमपीसीए के आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता ने द्रविड़ के खिलाफ राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के प्रमुख के तौर पर मौजूदा भूमिका और इंडिया सीमेंट्स के कर्मचारी होने के नाते हितों के कथित टकराव की शिकायत दर्ज की थी।
जैन ने पीटीआई से कहा, ‘‘सुनवाई समाप्त हो गयी है। आपको जल्द ही इस मामले पर आदेश मिल सकता है। ’’ पूर्व भारतीय कप्तान द्रविड़ ने 26 सितंबर को मुंबई में हुई व्यक्तिगत सुनवाई में अपना पक्ष रखा था। हालांकि आचरण अधिकारी ने सोमवार को दूसरी बार द्रविड़ को आने के लिये कहा। पीटीआई को पता चला है कि एनसीए प्रमुख का प्रतिनिधित्व उनके वकील ने किया। बोर्ड अधिकारी ने कहा, ‘‘बीसीसीआई के वकील और शिकायतकर्ता गुप्ता का पक्ष भी सुना गया।’’
बता दें बांग्लादेश के खिलाफ खेले जाने वाले पहले डे-नाइट टेस्ट मैच के लिए द्रविड़ भारतीय टीम के पांच खिलाड़ियों को पिंक बॉल से खेलने के लिए तैयार करेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डे-नाइट टेस्ट से पहले एनसीए में जल्द शुरू होने वाली इस प्रैक्टिस में टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे, चेतेश्वर पुजारा, मयंक अग्रवाल, मोहम्मद शमी और रवींद्र जडेजा का नाम शामिल है। एनसीए में राहुल द्रविड़ इन खिलाड़ियों को गुरु मंत्र देंगे, जिससे टीम को सफलता मिलेगी।
(भाषा इनपुट के साथ)

