पाकिस्तानी बल्लेबाज शाहजेब हसन को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के एंटी करप्शन ट्रिब्यूनल ने स्पॉट फिक्सिंग के मामले में एक साल के लिए बैन कर दिया है। पिछले साल पाकिस्तान सुपर लीग के दौरान शाहजेब हसन पर मैच के दौरान स्पॉट फिक्सिंग का आरोप लगाया गया था। लगभग एक साल बाद बुधवार को एंटी करप्शन ट्रिब्यूनल ने इस पर फैसला सुनाते हुए शाहजेब को एक साल के लिए बैन कर दिया और साथ ही उन पर 10 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया। पिछले साल कराची किंग्स की तरफ से खेलने वाले शाहजेब हसन पर मुख्य रूप से तीन आरोप लगाए गए थे। शाहजेब पर संहिता के नियम 2.1.4, 2.4.4 और 2.4.5 के उल्लंघन के आरोप लगे थे और आरोप के नोटिस का जवाब देने के लिए उनके पास 14 दिन का समय था। वह इतने दिनों में अपने आपको बेगुनाह साबित नहीं कर पाए और जांच के दौरान दोषी पाए गए। शाहजेब को दूसरे खिलाड़ियों को उकसाने के साथ-साथ जानकारी को छिपाने का दोषी पाया गया। 17 मार्च 2017 को पहली बार पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें सस्पेंड किया था, लगभग एक साल बाद अब उन्हें सजा सुनाई गई है।

शाहजेब इस फैसले के खिलाफ अपील कर सकते हैं। शाहजेब को 17 मार्च से क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से बैन कर दिया गया था, लिहाजा अगले महीने 16 मार्च को उनका एक साल पूरा हो जाएगा। इसके बाद वो क्रिकेट में वापसी कर सकते हैं। शाहजेब से पहले पीसीबी चार खिलाड़ियों शारजील खान, खालिद लतीफ, नासिर जमशेद और मोहम्मद इरफान को इन्हीं आरोप में निलंबित कर चुका है।
बता दें कि पिछले साल पीएसएल में इस्लामाबाद यूनाइटेड की तरफ से खेलने वाले खालिद लतीफ और शारजील खान को दोषी पाए जाने के बाद पांच साल के लिए बैन किया गया था। शाहजेब हसन पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लिए 10 टी-20 और 3 वनडे मैच खेल चुके हैं। 2009 टी-20 वर्ल्डकप के दौरान उन्हें टीम में शामिल किया गया था, लेकिन वो टीम में अपनी जगह ज्यादा समय तक बरकरार नहीं रख पाए।