महेंद्र सिंह धोनी की गिनती दिग्गज क्रिकेटर्स के साथ ही एक शानदार इंसान के रूप भी होती है। भारत के सफलतम कप्तान होने के बावजूद वे सामान्य लोगों से भी बड़ी ही सादगी से मिलते हैं। पिछले दिनों विजय हजारे ट्रॉफी के लिए वे झारखंड टीम के साथ ट्रेन से कोलकाता गए थे। वहीं वहां पर अपने पुराने जानकार और खड़गपुर प्लेटफॉर्म पर चाय की दुकान लगाने वाले शख्स के साथ टीम होटल में डिनर किया था। उनके इस तरह के कई किस्से हैं। एक क्रिकेट वेबसाइट ने ऐसी ही एक स्टोरी छापी है जो कि धोनी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कॅरियर के शुरुआती दिनों की है।
क्रिकस्पिरिट नाम की वेबसाइट ने होटल मैनेजमेंट के छात्र के हवाले से बताया, ”राहुल द्रविड़ के सौंवे टेस्ट और अनिल कुम्बले के 400 विकेट लेने पर बीसीसीआई ने पार्टी का आयोजन किया था। सभी लोग भारतीय टीम के आने का इंतजार कर रहे थे। थोड़ी देर में सचिन तेंदुलकर,राहुल द्रविड़, युवराज सिंह, वीरेंद्र सहवाग और हरभजन सिंह जैसे सीनियर खिलाडि़यों की अगुवाई में टीम इंडिया आ गई। सीनियर खिलाड़ी आगे की पंक्ति में बैठ गए। वहीं इरफान पठान, आरपी सिंह, एमएस धोनी उनके पीछे थे।”
उस छात्र ने आगे बताया, ”खिलाडि़यों के बैठने के बाद वेटर स्टार्टर लेकर गया। सभी खिलाडि़यों ने एक-एक कर उसमें से एक पीस ले लिया। इसी दौरान धोनी ने वेटर से कहा, ‘अरे भाई, इधर आना जरा।’ वेटर पास गया तो उन्होंने पूछा कि क्या है ये। वेटर ने बताया कि हरा भरा कबाब है। इसके बाद धोनी ने उससे सारे कबाब (लगभग 15) ले लिए। फिर वेटर से कहा, ”और लेकर आना यार जरा। इतनी भूख लगी है और तुम ये इतना सा लेकर आ रहे हो। इससे ज्यादा लाना अभी।” यह कहकर धोनी खाने लगे। वहीं पास में बैठे दूसरे खिलाड़ी उन्हें देखकर जोर-जोर से हंस रहे थे। लेकिन धोनी ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया और वे मुस्कुरा कर रह गए। मैंने उन जैसा खिलाड़ी नहीं देखा जो इस आसानी से व्यवहार करता हो।”