अक्सर कहा जाता है कि वादे तोड़ने के लिए ही किए जाते हैं। लेकिन, यह कहावत महेंद्र सिंह धोनी के लिए सही नहीं बैठती। टी20 और वनडे टीम की कप्तानी से हटने के बाद महेंद्र सिंह धोनी ने एक बातचीत के दौरान कहा था कि वो नए कप्तान विराट कोहली के लिए जरूरत पड़ने पर हमेशा उपलब्ध रहेंगे ओर अनाधिकारिक तौर पर टीम में उप कप्तान की भूमिका में रहेंगे। उसके बाद महेंद्र सिंह धोनी ने तीन वनडे और दो टी20 मैच खेले हैं और हर मैच में अपना वादा और एक सलाहकार की भूमिका भी निभाई है। नागपुर टी20 मैच में भी जब मैच फंसा था तो महेंद्र सिंह धोनी विराट कोहली से लंबी चर्चा करते हुए दिखे।

इंग्लैंड को आखिरी दो ओवरों में जीत के लिए 24 रन की दरकार थी तो विराट कोहली ने लॉन्ग आॅन सीमा रेखा पर फील्डर तैनात करने का फैसला किया। लेकिन, महेंद्र सिंह धोनी ने कोहली के फैसले को पलट दिया और विराट को बुलाकर गेंदबाज आशीष नेहरा से लंबी बातचीत की। इसके बाद विराट कोहली ने माही की सलाह पर आशीष नेहरा के लिए फील्डिंग सजायी। जब आशीष नेहरा ने 19वें ओवर में 16 रन दे दिए और इंग्लैंड को जीत के लिए आखिरी ओवर में सिर्फ आठ रन चाहिए थे तो महेंद्र सिंह धोनी ने खुद फील्डिंग खुद सजायी। इस दौरान लॉन्ग आॅन बाउंड्री पर तैनात कप्तान विराट कोहली लगातार महेंद्र सिंह धोनी से बात करते रहे।

गौरतलब है कि महेंद्र सिंह धोनी ने जब कप्तानी छोड़ी थी और विराट कोहली को टेस्ट के बाद वनडे और टी20 टीमों का भी कप्तान नियुक्त किया गया था तो उन्होंने अपने बयान में कहा था कि एमएस धोनी उनके लिए हमेशा कप्तान ही रहेंगे। विराट कोहली ने कहा था कि वनडे और टी20 मुकाबलों में वो महेंद्र सिंह धोनी की सलाह पर ही महत्वपूर्ण फैसले लेंगे। महेंद्र सिंह धोनी ने कोहली का साथ अभी तक अपना वादा निभाया है और जब भी मैच में कोहली को कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेना होता है वह धोनी से सलाह मशविरा करते हुए देखे जाते हैं। विराट कोहली ने महेंद्र सिंह धोनी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके सलाह से हमेशा फर्क पड़ता है और टीम के जीतने के मौके बनते हैं। इससे पहले कोहली ने डीआरएस के मामले में महेंद्र सिंह धोनी की क्रिकेटिंग सेंस और कैल्कुलेशन की तारीफ की थी।

https://twitter.com/cricketworms/status/825952233305079810