महेंद्र सिंह धोनी के टेस्ट के बाद सीमित ओवरों के क्रिकेट में भी भारतीय टीम की कप्तानी छोड़ने के बाद उनके प्रशंसकों को उस पुराने धोनी की तलाश थी जो लंबे लंबे बाल लिए मैदान पर आता था और अपनी बैटिंग से विपक्षी गेंदबाजों की बखिया उधेड़कर रख देता था। पुणे वनडे में धोनी का बल्ला कुछ खास नहीं कर सका और वो मात्र 6 रन बनाकर आउट हो गए। लेकिन, कटक वनडे में वो अपने पुराने रंग में दिखे। कप्तानी के दबाव से मुक्त होने के बाद धोनी फिर से अपने अंदाज में क्रिकेट खेलना चाहते थे। इस बात को तब और बल मिल गया था जब युवराज सिंह ने वनडे सीरीज शुरू होने से पहले कहा था कि हम दोनों मैदान पर बेखौफ अंदाज में खेलते नजर आएंगे।
हालांकि पुणे वनडे में ये जोड़ी कुछ खास नहीं कर सकी लेकिन कटक वनडे में दोनों ने आक्रामक क्रिकेट खेलते हुए इंग्लैंड के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। करियर की शुरुआती दौर से ही लंबे-लंबे छक्के लगाने के लिए मशहूर रहे महेंद्र सिंह धोनी का पुराना रूप एक बार फिर से कटक वनडे में देखने को मिला। कटक वनडे में महेंद्र सिंह धोनी ने 122 गेदों में 134 रनों की तेजतर्रार पारी खेली। धोनी ने अपनी पारी में 10 चौके और 6 छक्के लगाए। महेंद्र सिंह धोनी ने सीरीज शुरू होने से पहले युवराज सिंह के साथ एक वीडियो इंस्टाग्राम पर डाला था, जिसमें वो कह रहे थे कि उन्हें मौका मिला तो फिर से छक्के लगाएंगे।
पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नाम पर अब 203 छक्के दर्ज हो गए हैं। वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले पहले भारतीय और दुनिया के चौथे बल्लेबाज बन गए हैं। धोनी के बाद मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का नाम आता है, उन्होंने 195 छक्के लगाए हैं। भारत के लिए वनडे में सर्वाधिक छक्के लगाने वाले बल्लेबाजों में धोनी और तेंदुलकर के बाद सौरव गांगुली (189 ), युवराज सिंह (150), वीरेंद्र सहवाग (131), सुरेश रैना (120) और रोहित शर्मा (117) का नंबर आता है। वनडे क्रिकेट में सर्वाधिक छक्के लगाने के मामले में महेंद्र सिंह धोनी विश्व के चौथे बल्लेबाज बन गए हैं। पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी ने वनडे में सर्वाधिक (351) छक्के लगाए हैं। उनके बाद श्रीलंका के सनत जयसूर्या का नाम आता है, उन्होंने 270 छक्के लगाए हैं। वेस्टइंडीज के क्रिस गेल 238 छक्के लगाकर तीसरे स्थान पर हैं।
