भारत के पूर्व ऑलराउंडर यूसुफ पठान ने राजनीतिक डेब्यू में तहलका मचा दिया। त्रिमूल कॉन्ग्रेस के टिकट पर बहरमपोर से लोकसभा चुनाव लड़ने वाले यूसुफ पठान ने दिग्गज नेता अधीर चौधरी को मात दी। उन्होंने 5 बार के सांसद रहे अधीर रंजन चौधरी को 64,084 वोटों के अंतर से हराया है। आंकड़ों के अनुसार यूसुफ पठान ने 4,23,451 वोट हासिल किए, वहीं दूसरे स्थान पर रहे अधीर रंजन चौधरी को 3,59,367 वोट मिले। चार जून की तारीख ने यूसुफ पठान को पाकिस्तान की याद दिला दी।

यूसुफ पठान को याद आया 2007 का फाइनल

इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में यूसुफ पठान ने कहा, ‘मुझे चुनाव के समय वही टेंशन महसूस हो रही थी जो कि साल 2007 में टी20 वर्ल्ड कप फाइनल के समय हो रही थी। तब हमारा सामना पाकिस्तान से था।’ टी20 वर्ल्ड कप फाइनल की ही तरह चुनाव में भी यूसुफ पठान विजयी रहे।

शुरुआत में यूसुफ पठान थे नवर्स

  यूसुफ पठान ने अपनी इस नई पारी के अनुभव पर बात करते हुए कहा, ‘कुछ भी नया करने से पहले घबराहट होती है लेकिन जैसे-जैसे जाता है सब कुछ आम हो जाता है। जब मैं डेब्यू मैच में बल्लेबाजी करने जाता था तब भी ऐसा ही होता है। शुरुआत में घबराहट होती थी लेकिन क्रीज पर समय बिताते हैं तो यह घबराहट खत्म हो जाती है। जैसे-जैसे काउंटिंग आगे बढ़ती रही मैं भी बेहतर महसूस करता रहा। मुझे उम्मीद थी कि लोग मेरे लिए वोट करेंगे। मैंने रैली के दौरान लोगों का बहुत प्यार पाया।’  

शुरुआत में परिवार नहीं था तैयार

पठान ने बताया कि जब चार महीने पहले उन्हें चुनाव लड़ने के लिए फोन आया तो वह असमंजस में थे। परिवार भी इसके लिए पूरी तरह तैयार नहीं था लेकिन पठान ने चुनाव लड़ने का फैसला किया। पठान ने कहा, ‘मैंने एक दिन फैसला किया कि मैं चुनाव लड़ूंगा। यह मौका मेरे पास आया है और मैं इसे लूंगा। मैं इस तरह लोगों की मदद कर सकूंगा और इसके लिए बंगाल जाना पड़े तो क्या ही दिक्कत है।’

महिला से मिलकर भावुक हो गए थे पठान

यूसुफ पठान ने रैली के दौरान एक महिला से खास मुलाकात का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘बाईक पर एक गांव में रैली कर रहा था। एक महिला आई और अपनी साड़ी के पल्लू में बंधे 1000 रुपए मुझे दे दिया। उन्होंने मुझसे कहा कि हर महीने ममता बनर्जी की सरकार की तरफ से उन्हें 1000 रुपए मिलते हैं और इस बार वह यह पैसा यूसुफ पठान को चुनाव प्रचार के लिए देना चाहती हैं। यह सुनकर मेरी आंखें भर आई थी।’