भारतीय क्रिकेट में सबसे सफल कप्तानों की जब बात होती है तो महेंद्र सिंह धोनी का नाम सबसे पहले आता है। आएगा भी क्यों नहीं, आखिर महेंद्र सिंह धोनी भारत के पहले कप्तान हैं जिनके नेतृत्व में टीम इंडिया ने दो बार विश्व कप का खिताब जीता है। पहली बार 2007 में टी20 विश्व कप का खिताब और दूसरी बार 2011 में वनडे विश्व कप का खिताब। ये तो रही भारत के परिपेक्ष्य में महेंद्र सिंह धोनी की सफलता की बात। अब बात करते हैं विश्व स्तर पर क्रिकेट टीमों के सफलतम कप्तानों की। जी हां, इस सूची में भी महेंद्र सिंह धोनी सभी महान कप्तानों से एक मामले में आगे ​हैं। दरअसल, महेंद्र सिंह धोनी दुनिया के इकलौते ऐसे क्रिकेट कप्तान हैं, जिनके नेतृत्व में टीम इंडिया ने तीनों आईसीसी ट्रॉफी जीतने का कमाल किया है,टी20 विश्व कप, वनडे विश्व कप और चै​म्पियंस ट्रॉफी।

ये तो रहे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी। अब बात करते हैं विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी की। माही भारत के सबसे सफल कप्तान तो हैं ही, वो टीम इंडिया के सबसे सफल विकेटकीपर भी हैं। एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर में सबसे ज्यादा शिकार करने वाले विकेटकीपरों की कतार में भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का नाम भी शामिल है। एमएस धोनी ने अपने एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर में भारत की तरफ से सबसे ज्यादा शिकार किए हैं। उन्होंने 280 एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैचों में 353 शिकार किए हैं, जिसमें 264 कैच और 89 स्टंपिंग शामिल है।

एमएस धोनी के बाद इस सूची में भारत के पूर्व विकेटकीपर नयन मोंगिया का नाम शामिल है। उन्होंने भारत के लिए 140 वनडे मैचों में 154 शिकार किए हैं, जिसमे 110 कैच और 44 स्टंपिंग शामिल है। इन दोनों के बाद इस सूची में तीसरा नाम है पूर्व विकेटकीपर किरण मोरे का। किरण मोरे के नाम 94 वनडे मैचों में कुल 90 शिकार दर्ज हैं, जिसमें उन्होंने 63 कैच और 27 स्टपिंग किए हैं। किरण मोरे के बाद नंबर आता है पूर्व दिग्गज बल्लेबाज़ राहुल द्रविड़ का। द्रविड़ ने भारत के लिए कुछ समय तक पार्ट टाइम विकेटकीपर की भूमिका निभाई है। उन्होंने 340 वनडे मुकाबलों में 72 कैच और 14 स्टंपिंग के साथ कुल 86 शिकार किए हैं। इस सूची में पांचवें नंबर पर पार्थिव पटेल का नाम आता है। उन्होंने 38 वनडे मुकाबलों में 30 कैच और 9 स्टंपिंग के साथ कुल 39 शिकार किए हैं।