भारत के पूर्व कप्तान और महान आॅलराउंडर कपिल देव ने विराट कोहली को लेकर एक मासूम सी चिंता जाहिर की है। पूर्व भारतीय कप्तान को लगता है कि विराट कोहली ऐसे दौर में क्रिकेट खेल रहे हैं जब बहुत ज्यादा मैच खेले जाते हैं और ऐसे में उनका शरीर समय से पहले थक सकता है। कपिल ने यह चिंता इसलिए जाहिर की है क्योंकि विराट कोहली टेस्ट, वनडे और टी20 तीनों ही फॉर्मेट में भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं। कपिल देव ने विराट की तारीफ करते हुए उन्हें विवियन रिचर्ड्स और सचिन तेंदुलकर का मिश्रण बताया है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में लोग ब्रैडमैन से आगे विराट का उदाहरण दिया करेंगे।

कपिल देव ने कहा, ‘विराट कोहली काफी तेजी से महान क्रिकेटर बनने की तरफ बढ़ रहे हैं। वह अपनी फिटनेस पर काफी मेहनत करते हैं और फिट भी हैं। फिट रहना अच्छी बात है और विराट अपनी फिटनेस को लेकर काफी संजीदा भी रहते हैं। लेकिन, मेरे अंदर एक डर भी है, बहुत ज्यादा वर्कआउट करना, आने वाले वर्षों में विराट कोहली को जल्दी थका सकता है। भारत के पूर्व कप्तान कपिल देव को लगता है कि शारीरिक तौर पर अत्यधिक फिट होने से कोहली का शरीर आने वाले दिनों में कमजोर हो सकता है या कह लें कि बूढ़ा हो सकता है। कपिल ने कहा है कि जब आप इतनी कड़ी ट्रेनिंग करते हैं, तो मसल्स जल्दी थक जाते हैं।

भारत को 1983 में विश्व कप दिलाने वाले कप्तान कपिल देव ने कहा कि कोहली जब बल्लेबाजी करते हैं तो गेंदबाज को बाउंड्री मारकर बोलते हैं, ‘जाओ बॉल फेंको।’ उन्होंने कहा, ‘वह बैटिंग के मुंबई स्कूल से नहीं हैं, जहां यह सिखाया जाता है कि बॉलर को चौका मारकर उसकी आंखों में मत देखो, जिससे उसे गुस्सा आए और वह आपका विकेट ले जाए।’ उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में कोहली दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं। वह तकीनीक तौर पर भी बहुत मजबूत हैं। कभी-कभी वह गेंद की लेंथ इतनी जल्दी पढ़कर उस पर शॉट खेलते हैं, जिसे देखकर आप केवल हैरान ही हो सकते हैं।’ उन्होंने कहा कि ज्यादा वर्कआउट करने से खिलाड़ी के चोटिल होने का खतरा भी बढ़ जाता है। यही कारण है, जिससे मुझे डर लगता है कि कहीं विराट अपनी सारी ताकत एकसाथ न खर्च कर दें।

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