प्रत्युष राज। वनडे वर्ल्ड कप 2023 के बाद इशान किशन को साउथ अफ्रीका दौरे पर चुना गया। तबतक वह तीनों फॉर्मेट में भारतीय टीम का हिस्सा थे। साउथ अफ्रीका दौरे पर टेस्ट सीरीज से पहले अचानक उन्होंने ब्रेक लिया। इसके बाद उनका भारतीय टीम में चयन नहीं हुआ। वह भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI)के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से भी बाहर हो गए। इस दौरान बतौर विकेटकीपर ध्रुव जुरेल ने टेस्ट क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया। ऋषभ पंत की वापसी हो गई। संजू सैमसन भी रेस में बने हुए हैं।

द इंडियन एक्सप्रेस से विशेष बातचीत के दौरान इशान किशन ने ऋषभ पंत, संजू सैमसन और ध्रुव जुरेल से मिल रहे टक्कर पर अपना बयान दिया। उन्होंने यह भी कहा कि वह खुद को तीनों फॉर्मेट में खेलते दिखते हैं। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ महीने उनके लिए आसान नहीं रहे हैं। उन्होंने ब्रेक लेने का कारण भी बताया। परिवार क्या सोच रहा था यह भी बताया।

क्या आप तीनों प्रारूपों में खेलना चाहते हैं?

मैं खुद को तीनों प्रारूपों में खेलते हुए देखता हूं। मैंने टी20, वनडे और टेस्ट में भी अच्छा प्रदर्शन किया है। मैं तीनों प्रारूपों का हिस्सा बनना चाहता हूं।

पिछले कुछ महीने कितने चुनौतीपूर्ण रहे हैं?

यह निराशाजनक था। आज मैं यह नहीं कहना चाहता कि सब कुछ ठीक था। यह मेरे लिए बिल्कुल भी आसान नहीं था। आप बहुत कुछ झेलते हैं। मेरे दिमाग में ये सब चलता रहा कि यार क्या होगा, क्यों हो गया, मेरे साथ क्यों। ये सब तब हुआ जब मैं अच्छा प्रदर्शन कर रहा था।

आपने ब्रेक क्यों लिया?

मैं रन बना रहा था और फिर मैंने खुद को बेंच पर पाया। टीम गेम में ये चीजें होती रहती हैं, लेकिन मुझे यात्रा के कारण थकान का अनुभव हुआ। इसका मतलब था कि कुछ गड़बड़ है। मैं अच्छा महसूस नहीं कर रहा था और इसलिए मैंने ब्रेक लेने का फैसला किया। हालांकि, दुख की बात है कि मेरे परिवार और कुछ करीबी लोगों को छोड़कर किसी ने भी इसे नहीं समझा।

आपके परिवार ने आपके फैसले पर कैसी प्रतिक्रिया दी?

एक खिलाड़ी बाहर के लोगों की बातों से निपट सकता है। आपको जो तनाव देता है वह यह है कि आपके माता-पिता इसे कैसे लेते हैं। वे इससे कैसे निपटते हैं। जब आपको पता चलता है कि वे भी उतने ही प्रभावित हैं, तो यह आपको दुख पहुंचाता है और आपको अंदर से मार डालता है। लेकिन उस समय मेरे परिवार के सदस्य बहुत सहायक थे। उन्होंने मेरा और मेरे फैसलों का समर्थन किया। वे समझते थे कि मैं अच्छा महसूस नहीं कर रहा था। वे मेरी स्थिति को समझते थे। उन्होंने कभी इस पर सवाल नहीं उठाया, लेकिन वे मेरे इर्द-गिर्द खड़े रहे और मुझे कभी अकेला नहीं छोड़ा।

आप रणजी ट्रॉफी में झारखंड के लिए क्यों नहीं खेले?

मैंने ब्रेक लिया और मुझे लगता है कि यह सामान्य था। एक नियम है कि अगर आप वापसी करना चाहते हैं तो आपको घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करना होगा। यह काफी सरल बात है। अब मेरे लिए घरेलू क्रिकेट खेलना बहुत अलग था क्योंकि इसका कोई मतलब नहीं था। मैं खेलने के मूड में नहीं था और इसलिए मैंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से ब्रेक लिया। यह समझ में नहीं आता कि आप अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से ब्रेक लें और फिर घरेलू मैच खेलें। फिर तो आप इंटरनेशनल ही खेलते (तब मैं भारत के लिए खेलना जारी रख सकता था)।

ऋषभ के वापस आने के बाद, ध्रुव जुरेल टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और संजू सैमसन भी टीम में हैं। आपके लिए राष्ट्रीय टीम में वापसी करना कितना मुश्किल होगा?

ऋषभ को फिर से खेलते देखना उत्साहजनक था। जहां तक ​​प्रतिस्पर्धा की बात है तो चुनौतियां पसंद हैं और जब आप सभी बेहतरीन क्रिकेटरों के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं, तो यह आपके खेल को निखारता है। फिर जब आप सफल होते हैं तो आपको लगता है कि आपने इसे अर्जित किया है। मुझे पता है कि यह आसान नहीं होने वाला है। लेकिन मुझे लगता है कि प्रतिस्पर्धा आपको संतुष्टि की भावना देती है। मैं इसका आनंद लेता हूं। मैं इसके बारे में कोई तनाव नहीं लेता।