पिछले साल टी-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में मैथ्यू वेड ने पाकिस्तान के शाहीन अफरीदी जैसे गेंदबाज को लगातार तीन छक्का जड़कर ऑस्ट्रेलिया को फाइनल में पहुंचा दिया था। अब आईपीएल 2022 में यह बाएं हाथ का बल्लेबाज सनराइजर्स हैदराबाद (SRH)के तेज गेंदबाज उमरान मलिक की गेंदों के सामने लाचार दिखा। कब गेंद पैड पर लग गई और वह एलबीडब्ल्यू हो गए उन्हें पता ही नहीं चला।
कश्मीर के रहने वाले 22 साल के दाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने अपनी रफ्तार से सनसनी मचा दी है। वह लगातार 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद कर रहे हैं। गुजरात टाइटंस (GT) और हैदराबाद के खिलाफ मैच में वह अपनी रफ्तार के कारण छाए रहे। महज पांच साल लेदर बॉल से गेंदबाजी शुरू करने वाले इस गेंदबाज ने मैच में अपनी पहली गेंद पर बाउंसर से शुरुआत की। हार्दिक पांड्या ने पुल शॉट खेलने की कोशिश की, लेकिन गेंद सीधे उनके हेल्मेट पर लगी।
न्यूजीलैंड के लॉकी फर्ग्यूसन और मलिक के बीच तेज गेंद फेंकन की होड़ लगी हुई है। इस मैच में दोनों आमने सामने थे और उमरान ने सबसे तेज गेंद फेंकी। उन्होंने सबसे तेज 153.3 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकी। इसके अलावा उन्होंने 151.2, 150.1, 149.9, 149.3 की रफ्तार से भी गेंद फेंकी। धीरे-धीरे उनकी लाइन और लेंथ भी ठीक हो रही है। आईपीएल 2021 में मलिक हैदराबाद के लिए एक नेट्स गेंदबाज थे और उन्होंने कोविड के कारण बाहर हुए नटराजन की जगह ली। उन्होंने सीजन की दूसरी सबसे तेज गेंद फेंकी थी। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के खिलाफ 152.95 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद की थी। विराट कोहली ने तब उनकी तारीफ भी की थी।
देश का बेटा- उमरान काफी गरीब घर से आते हैं। उनके पिता अब्दुल राशिद फल बेचकर आजीविका चलाते हैं। भले ही घर के हालात सुधर गए हों लेकिन वह अभी भी जम्मू के गुज्जर नगर में शहीदी चौक पर फल बेचते हैं। वह अपने बेटे की सफलता से खुश हैं। उन्होंने कहा, “अब यह अब्दुल राशिद शॉप से उमरान के पापा की दुकान बन गई है। इस दुकान की मदद से मैं अपने परिवार को खाना खिला पाता था। हां मेरा बेटा पूरे देश में एक जाना माना नाम बन गया है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मैं काम करना बंद कर दूंगा।” राशिद को लगता है कि उमरान अब केवल उनके बेटा नहीं रहे और वह पूरे देश का चहते बन गए हैं। उन्होंने कहा, “वह अब भारत का एक बेटा है। अगर अल्लाह ने चाहा तो हिंदुस्तान का नाम रौशन करेगा।” रमजान के महीने में वह अपने बेटे के लिए दिन में 10 बार नमाज अदा कर रहे हैं।
पांच साल पहले शुरू की लेदर बॉल से गेंदबाजी- मलिक के कोच रणधीर सिंह मन्हास के अनुसार इस तेज गेंदबाज ने महज पांच साल पहले लेदर बॉल से गेंदबाजी शुरू की। इतने कम समय में 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद करना बड़ी बात है। मन्हास जम्मू के मौलाना आजाद क्रिकेट स्टेडियम के कोच हैं। 2017 तक उमरान को प्रोफेशनल क्रिकेट के बारे में कुछ भी पता नहीं था। आईपीएल में हैदराबाद के लिए ही खेलने वाले अब्दुल समद उनके दोस्त हैं और उन्होंने ही मन्हास से उमरान की मुलाकात कराई थी।
रात्रा को किया प्रभावित- उमरान उधार के स्पाइक-शूज़ पर जम्मू में अंडर -19 ट्रायल के लिए गए और उन्हें टीम के लिए चुना गया। वीनू मांकड़ ट्रॉफी में उन्हें केवल एक ही मैच खेलने को मिला और वह भी बारिश से धुल गया। अगले वर्ष, मलिक को U-23 ट्रायल में नहीं चुना गया। 2019-20 रणजी ट्रॉफी सीजन के दौरान जम्मू के गांधी मेमोरियल साइंस कॉलेज ग्राउंड पर जम्मू- कश्मीर और असम के बीच मैच में भारत के पूर्व विकेटकीपर और असम के कोच अजय रात्रा ने कुछ नेट गेंदबाज मांग की। उमरान मलिक उनमें शामिल थे। उन्होंने चार गेंद की और उन्हें गेंदबाजी से रोक दिया गया। रात्रा उनसे काफी प्रभावित हुए और उन्हें डर था कि कहीं उनके शीर्ष क्रम के बल्लेबाज चोटिल न हो जाएं।