इंडियन प्रीमियर लीग 2025 (IPL 2-25) को लेकर भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) और फ्रैचाइजियों की बैठक में काव्या कलानिथी मारन ने विदेशी खिलाड़ियों को लेकर दो मांग की। वह चाहती हैं कि रिटेन किए जा सकने वाले विदेशी खिलाड़ियों की संख्या पर प्रतिबंध हटाई जाए। सनराइजर्स हैदराबाद फ्रैंचाइजी की सीईओ ने मेगा ऑक्शन से पहले एक आईपीएल फ्रैंचाइजी के लिए कम से कम छह रिटेंशन या राइट टू मैच (RTM) विकल्प का अनुरोध किया है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने सुझाव दिया है कि खरीदे जाने के बाद खेलने के लिए उपलब्ध नहीं होने वाले विदेशी खिलाड़ी को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।

क्रिकबज के अनुसार आईपीएल टीम के मालिकों और बीसीसीआई अधिकारियों के बीच बुधवार की बैठक में सनराइजर्स की प्रमोटर ने प्रत्येक फ्रैंचाइजी के लिए कम से कम छह रिटेंशन या वैकल्पिक रूप से, उतने ही आरटीएम विकल्प रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “हम इसे चार रिटेंशन और दो आरटीएम या सभी छह रिटेंशन या सभी छह आरटीएम और इसी तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। रिटेंशन या आरटीएम का उपयोग करने का विकल्प फ्रैंचाइजी के पास खिलाड़ी के साथ चर्चा के आधार पर होना चाहिए।”

रिटेन करने या आरटीएम का विकल्प

काव्या ने कहा, “अतीत में कई बार ऐसा देखने को मिला है कि जब रिटेंशन राशि कम लगने पर खिलाड़ी ने नीलामी में जाना पसंद किया। ऐसे भी उदाहरण हैं, जहां कई खिलाड़ी चाहते कि वह फर्स्ट रिटेंशन हों। ऐसा नहीं होने पर नीलामी में जाना पसंद किया। इससे बचने के लिए, हम खिलाड़ियों को या तो रिटेन करने या आरटीएम का विकल्प दे सकते हैं। इससे खिलाड़ी रिटेंशन प्राइस को लेकर असंतुष्ट नहीं होगा।”

विदेशी खिलाड़ियों की रिटेंशन पर क्या बोंली काव्या मारन

मारन ने रिटेन किए जा सकने वाले विदेशी खिलाड़ियों की संख्या पर लगी सीमा को हटाने की आवश्यकता पर भी विस्तार से बताया। पिछली बार, बीसीसीआई ने टीमों को अधिकतम दो विदेशी खिलाड़ियों को रिटेन करने की अनुमति दी थी। उन्होंने कहा, “प्रत्येक टीम अलग-अलग तरीके से बनाई गई हैं और हर किसी की ताकत अलग-अलग है। कुछ में मजबूत विदेशी खिलाड़ी हैं, कुछ में मजबूत कैप्ड भारतीय खिलाड़ी हैं और कुछ में मजबूत अनकैप्ड खिलाड़ी हैं। हमारे मामले में, हमारे पास विदेशी खिलाड़ियों का एक मजबूत कोर है। रिटेन किए गए कैप्ड/अनकैप्ड/विदेशी खिलाड़ियों की संख्या फ्रैंचाइजी के विवेक पर होनी चाहिए और उस पर कोई प्रतिबंध नहीं होना चाहिए। उदाहरण के लिए, हम चार विदेशी और दो कैप्ड भारतीय या तीन विदेशी और तीन अनकैप्ड भारतीय वगैरह को रिटेन कर सकते हैं।”

इन विदेशी खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग

मारन ने उन खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग की जो अपनी प्रतिबद्धता पूरी नहीं करते हैं और नीलामी के लिए नामांकन के बाद नहीं आते हैं। चोट का हवाला देकर आईपीएल 2024 से अपना वापस लेने वाले वनिन्दु हसरंगा से सनराइजर्स बहुत नाराज थी। यह रिपोर्ट भी सामने आई थी कि वह निलामी में सिर्फ 1.5 करोड़ रुपये में खरीदे जाने के कारण नहीं। इससे पहले आरसीबी के साथ उनका वेतन 10 करोड़ रुपये से ज्यादा था। काव्या ने हसरंगा का नाम लिए बगैर कहा, “नीलामी में खरीदे जाने के बाद अगर कोई खिलाड़ी चोट के अलावा किसी और कारण से सीजन खेलने नहीं आता है, तो उसे प्रतिबंधित कर दिया जाना चाहिए। फ्रैंचाइजी नीलामी में अपने संयोजन बनाने के लिए बहुत प्रयास करती हैं। अगर कोई खिलाड़ी नीलामी में कम राशि मिलने के कारण नहीं आता है, तो इससे संयोजन और टीम के संतुलन पर असर पड़ता है। इस कारण से विदेशी खिलाड़ियों के नहीं आने के कई उदाहरण हैं।”