आलोचक भले ही फिनिशिंग की उनकी काबिलियत पर ऊंगली उठा रहे हों लेकिन महेंद्र सिंह धोनी को महान स्पिनर शेन वार्न से पूरा समर्थन मिला है। उनका मानना है कि पूर्व भारतीय कप्तान को किसी को कुछ साबित करने की जरूरत नहीं है। आईपीएल के दसवें सत्र के आगाज से पहले कप्तानी से हटाये गए धोनी अभी तक राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स के लिये कोई कमाल नहीं कर सके हैं। उन्होंने पांच मैचों में 15 के करीब की औसत से सिर्फ 61 रन बनाए। उनकी स्ट्राइक रेट भी आईपीएल के 10वें सीजन में केवल 87.14 की है।
वार्न ने ट्विटर पर धोनी का बचाव करते हुए कहा, ‘‘एमएस धोनी को किसी को कुछ साबित करने की जरूरत नहीं है। वह सभी प्रारूपों में शानदार खिलाड़ी हैं। एक करिश्माई कप्तान भी और प्रेरणा देते हैं।’’ इस सीजन के पहले मैच में धोनी ने 12 रन, दूसरे में 5, तीसरे में 11, चौथे में 5 रन बनाए थे। लेकिन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के खिलाफ पुणे के पांचवें मैच में धोनी ने 25 गेंद में 28 रन की पारी खेली थी। यह पारी काफी अहम थी क्योंकि बेंगलुरु के चिन्नास्वामी मैदान की पिच पर रन बनाना काफी मुश्किल था। उन्होंने कप्तान स्टीव स्मिथ के साथ तीसरे विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी की थी।
.@msdhoni does not have to prove anything to anyone, he's class & a wonderful player in all formats. MS is also a great captain & inspires !
— Shane Warne (@ShaneWarne) April 18, 2017
वार्न से पहले वीरेंद्र सहवाग और एक्टर सुशांत सिंह राजपूत ने भी धोनी का पक्ष लिया था। सहवाग ने कहा था कि जहां पर धोनी बल्लेबाजी करने को आते हैं वह काफी मुश्किल है। लोगों को सब्र रखने की जरुरत है वे जल्द ही पूरी ताकत से वापसी करेंगे। धोनी जैसे कद वाले खिलाड़ी को केवल तीन-चार मैच के आधार पर जज नहीं किया जाना चाहिए। धोनी जैसे अनुभवी खिलाड़ी को जज करने के लिए आईपीएल कोर्इ प्लेटफॉर्म नहीं होना चाहिए।
वहीं एमएस धोनी की बायोपिक में भारतीय टीम के पूर्व कप्तान का किरदार निभाने वाले सुशांत सिंह राजपूत ने कहा कि यह केवल समय का मामला है और इस आलोचना का जवाब धोनी का बल्ला देगा। जितनी बारीकी से धोनी को देखा जा रहा है उससे उनकी क्लास और वो मानक दिखते हैं जो उन्होंने सेट किए हैं।
