राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इस सत्र के कुछ आईपीएल मैचों में फॉर्म से जूझ रहे आर अश्विन को अपने ओवरों का पूरा कोटा गेंदबाजी के लिए नहीं दिया है लेकिन पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज अजीत अगरकर को नहीं लगता कि ऐसा इस ऑफ स्पिनर पर भरोसा कम करने के कारण हुआ है। यह पूछने पर कि क्या धोनी का अश्विन से भरोसा कम हो गया तो अगरकर ने कहा कि ऐसा किसी अन्य चीज से नहीं बल्कि मुख्य रूप से मैच की परिस्थितियों और हालात के कारण हुआ है।

अगरकर ने सोमवार (9 मई) को यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘कभी कभार ऐसा भले ही अजीब लगता हो लेकिन मुझे नहीं लगता कि ऐसा भरोसे की कमी के कारण हुआ है। जब पुणे की टीम मुंबई (पिछले महीने वानखेड़े स्टेडियम में मुंबई इंडियंस से भिड़ने) आई तो यह तेज गेंदबाजों के मुफीद विकेट था और अश्विन की गेंदबाजी की जरूरत नहीं थी।’’

अश्विन ने नौ अप्रैल को आईपीएल के शुरूआती मैच में महज एक ओवर में एक विकेट चटकया था और राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स ने घरेलू टीम और गत विजेता को आठ विकेट पर 121 रन पर रोककर आसान जीत दर्ज की थी। अगरकर ने कहा, ‘‘आपको याद रखना होगा कि जब आईपीएल मैच चेन्नई में स्पिन मुफीद पिच पर खेले गए थे तो वह गेंदबाजी की शुरुआत करता था। हालात मायने रखते हैं।’’

अगरकर उन चार सदस्यीय पूर्व क्रिकेटरों – आस्ट्रेलिया के डर्क नानेस, दक्षिण अफ्रीका डेरिल कलीनन और न्यूजीलैंड के इयान ओ ब्रायन – के पैनल में शामिल हैं जो आईपीएल संबंधित शो ‘द फ्रेंडली टोस्ट’ का आयोजन करते हैं जिसका प्रसारण क्रिकेट वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो रोज सोनी ईएसपीएन चैनल पर करता है।

विश्व टी20 चैम्पियनशिप के बाद एक विवाद खड़ा हो गया था जिसमें भारत को चैम्पियन बने वेस्टइंडीज ने 31 मार्च को सेमीफाइनल में हराकर बाहर कर दिया था। इस मैच में अश्विन ने पावरप्ले में केवल दो ओवर गेंदबाजी की थी और 20 रन लुटाये थे, इसलिये धोनी ने उन्हें दोबारा गेंदबाजी के लिए नहीं लगाया था।

अश्विन से जब पुणे के यहां मुंबई इंडियंस के खिलाफ हुए मैच से पहले आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में इसके बारे में पूछा गया था तो उन्होंने उस पत्रकार को लताड़ दिया था जिसने यह सवाल पूछा था कि क्या उन्हें ओस गिरने के बाद गेंदबाजी करने में मुश्किल हो रही थी क्योंकि धोनी ने भारतीय स्पिनरों के प्रभावी नहीं होने के लिये ओस को कारण बताया था।