भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों को टीम प्रबंधन की तरफ से नसीहत दी गई है कि वे मोहम्मद शमी के मुद्दे पर दूरी बनाकर रखें। एक्ट्राटाइम की खबर के मुताबिक टीम इंडिया के प्रबंधन ने कोलंबो में भारतीय क्रिकेटरों से मोहम्मद शमी के मुद्दे पर दूर रहने के लिए कहा है। भारतीय क्रिकेटर भी मोहम्मद शमी के मुद्दे पर मुंह बंद किए दिख रहे हैं। हालांकि हाल ही में महेंद्र सिंह धोनी, कपिल देव और युवराज सिंह ने शमी के दोषी ठहराए जाने से पहले उनका समर्थन कर चुके हैं। मोहम्मद शमी की पत्नी हसीन जहां ने हाल ही में उनके खिलाफ विवाहेत्तर संबंध रखने, रेप, घरेलू हिंसा, हत्या की साजिश रचने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं और कोलकाता पुलिस मामले की जांच कर रही है। हसीन जहां ने शमी के मैच फिक्सिंग में भी शामिल होने को लेकर शक जताया था। उन्होंने मीडिया को बताया था कि शमी ने पाकिस्तान की एक लड़की अलिस्बा से किसी मोहम्मद भाई के कहने पर दुबई में पैसे लिए थे।
हसीन जहां ने कहा था कि शमी के कई महिलाओं के साथ विवाहेत्तर संबंध हैं और पिछले कुछ वर्षों से वह उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ना दे रहे थे और तलाक की मांग कर रहे थे। हसीन जहां ने यहां तक आरोप लगाया था कि मोहम्मद शमी ने उन्हें उनके भाई के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर किया था। उन्होंने कहा था कि शमी ने भाई के साथ मिलकर उनकी हत्या करने की साजिश भी रची थी।
पत्नी के लगाए आरोपों के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शमी का सालाना कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर दिया है लेकिन अब उनके आईपीएल में खेलने का रास्ता साफ हो गया है। वह दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से खेलते नजर आएंगे। दरअसल, हसीन जहां ने शमी के खिलाफ दर्ज कराई रिपोर्ट की एक कॉपी विनोद राय की अध्यक्षता वाली बीसीसीआई की प्रशासन समिति को भी भेजी थी, जिसके बाद राय ने बीसीसीआई की भ्रष्टाचार विरोधी इकाई के प्रमुख नीरज कुमार को मामले की जांच सौंपी थीं। दिल्ली डेयरडेविल्स को बीसीसीआई से शमी को आईपीएल में खिलाने के लिए हरी झंडी मिलने का इंतजार था।