बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी ने सोमवार को भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री और उनके सहयोगी स्टाफ के कॉन्ट्रैक्ट के एक्सटेंशन के बारे में चल रही रिपोर्ट पर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रशासकों की समिति (सीओए) और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के बीच नई दिल्ली में हुई बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई। जिसमें इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2019 के पूरे कार्यक्रम की घोषणा भी शामिल थी। लेकिन शास्त्री, बॉलिंग कोच भरत अरुण, बैटिंग कोच संजय बांगर और फील्डिंग कोच आर. श्रीधर के कॉन्ट्रैक्ट एक्सटेंशन की कोई चर्चा नहीं हुई। उन्होंने बताया ऐसा कोई एजेंडा सोमवार को बैठक का हिस्सा नहीं था।
बता दें बहुत ही जल्द भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री का अनुबंद इस वर्ष जुलाई के माह में खत्म होने जा रहा हैं। रवि शास्त्री को साल 2017 की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के बाद अनिल कुंबले के स्थान पर टीम इंडिया का नया मुख्य कोच नियुक्त किया गया था। रवि शास्त्री के साथ-साथ बॉलिंग कोच भरत अरुण, बैटिंग कोच संजय बांगर और फील्डिंग कोच आर.श्रीधर का कॉन्ट्रैक्ट भी इस वर्ष एकदिवसीय विश्व कप के बाद समाप्त होने जा रहा हैं। अधिकारी ने बताया “मीटिंग के दौरान रवि शास्त्री का अनुबंध चर्चा के लिए नहीं आया क्योंकि यह एजेंडा का हिस्सा नहीं था।” तो क्या ये मान लिया जाए की रवि शास्त्री वर्ल्ड कप 2019 के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के कोच नहीं रहेंगे।
साल 2017 की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के बाद रवि शास्त्री के साथ साथ भारत अरुण, संजय बांगर और आर. श्रीधर को भी कोचिंग पद पर नियुक्त किया गया था और तब से लेकर अभी तक भारतीय क्रिकेट टीम ने इन सभी के निरक्षण में अच्छा काम किया हैं। बैठक से बड़ी खबर यह थी कि बीसीसीआई ने अगले छह महीनों के लिए नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी के साथ काम करने पर सहमति जताई है।