इंग्लैंड के 1000वें टेस्ट में भारतीय टीम की नजरें जीत के साथ सीरीज आगाज करने की होगी। भारतीय खिलाड़ियों के लिए इंग्लैंड के घर में उन्हीं को हराना कतई आसान नहीं होगा। टीम के कप्तान विराट कोहली का रिकॉर्ड इंग्लैंड में कुछ खास नहीं रहा है। साल 2014 का इंग्लैंड दौरा विराट कोहली के लिए निराशाजनक रहा था। विराट इस दौरे पर खेले गए पांच टेस्ट की 10 पारियों में 13.4 के औसत से सिर्फ 134 रन बनाने में कामयाब रहे थे। इस दौरान उन्होंने कोई शतक और अर्द्धशतक नहीं लगाया था। आपको जानकर हैरानी होगी कि इंग्लैंड में खेले गए टेस्ट मैचों में विराट कोहली के बल्लेबाजी का औसत रिकॉर्ड भुवनेश्वर कुमार और अमित मिश्रा से भी खराब रहा है। कोहली से बेहतर प्रदर्शन इस सीरीज में लेग स्पिनर अमित मिश्रा का रहा था। मिश्रा ने दो टेस्ट मैचों में 38.25 के औसत से 153 रन बनाए थे। इस दौरान उनके नाम एक अर्धशतक भी था। वहीं भुवनेश्वर कुमार की बात करें तो उन्होंने इस दौरे पर 27 की औसत से 247 रन बनाए थे। इस दौरान भुवनेश्वर कुमार ने तीन अर्धशतक भी जड़े थे।

वहीं इंग्लैंड की बात की जाए तो उसने मौजूदा हालात को देखते हुए लेग स्पिनर आदिल राशिद को टीम में जगह दी है। ऐसे में उनका खेलना तय है। स्पिन में राशिद के साथ मोइन अली पर स्पिन विभाग की जिम्मेदारी होगी। बल्लेबाजी में इंग्लैंड की टीम काफी हद तक एलिस्टर कुक और जो रूट पर निर्भर रहेगी। टेस्ट टीम में वापसी करने के बाद जोस बटलर लगातार शानदार फॉर्म में हैं, ऐसे में वह भी भारतीय टीम के लिए परेशानियां खड़ी कर सकते हैं।
तेज गेंदबाजी में जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड इंग्लैंड की उम्मीदें संभालेंगे। इन दोनों को खेलना भारत के लिए भी कड़ी चुनौती साबित होगा। घरेलू जमीं पर खेलते हुए यह दोनों किसी भी बल्लेबाजी आक्रमण को धवस्त कर सकते हैं।