निदास ट्रॉफी में भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज दिनेश कार्तिक अपनी विस्फोटक पारी के दम पर बांग्लादेश को हराने में कामयाब रहे थे। दो ओवर पहले तक भारतीय टीम इस मैच से बिल्कुल बाहर हो चुकी थी। भारत को जीत के लिए 12 गेंदों में 34 रनों की जरूरत थी और टीम के इनफॉर्म बल्लेबाज मनीष पांडे आउट होकर पवेलियन लौट चुके थे। ऐसे में, दिनेश कार्तिक ने 8 गेंदों में 29 रन जड़कर टीम को जीत दिलाने का काम किया। बांग्लादेश के साथ ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब भारत ने अंतिम समय पर उनसे मैच छीन लिया हो। 23 मार्च यानी आज ही के दिन साल 2016 के टी20 वर्ल्ड कप मुकाबले में भारत ने बांग्लादेश को एक रन से हरा दिया था। बेंगलुरु में खेले जा रहे इस मैच में भारत ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी की और पूरी टीम 20 ओवर में 7 विकेट पर 146 रन ही बना पाई। 147 का लक्ष्य बेहद आसान माना जा रहा था, बांग्लादेश के लिए सलामी बल्लेबाज तमीम इकबाल ने टीम को तेज शुरुआत दी। तमीम ने 32 गेंदों में 5 चौके की मदद से 35 रन बनाए। इसके बाद रविंद्र जडेजा की गेंद पर महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें स्टंप आउट कर दिया। टीम ने 6 विकेट खोकर 19वें ओवर तक 136 रन बना लिए थे और बांग्लादेश को जीतने के लिए अंतिम ओवर में महज 11 रनों की जरूरत थी।

भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी। (फाइल फोटो)

भारत की तरफ से अंतिम ओवर हार्दिक पांड्या लेकर आए। पहली गेंद पर एक महमुदुल्ला ने एक रन लेकर सीनियर बल्लेबाज मुश्फिकुर रहीम को स्ट्राइक देने का काम किया। रहीम ने ओवर की दूसरी गेंद पर चौका जड़ दिया। यहां से बांग्लादेश को जीत के लिए 4 गेंदों में महज 6 रन की जरूरत थी और रहीम ने तीसरे गेंद पर एक और शॉट खेलकर चौका बटोर लिया। इस चौके को लगाते ही रहीम जीत का जश्न मनाने लगे।

हालांकि, टीम को जीत के लिए अभी भी 3 गेंदों में 2 रनों की जरूरत थी, लेकिन चौथे गेंद पर मुश्फिकुर रहीम कैच आउट हो गए। इसके बाद पांचवीं गेंद पर महमुदुल्ला भी पवेलियन लौट गए। बांगलादेश को अब जीत के लिए रन बनाने थे, वहीं एक रन लेकर वह मैच को बराबरी पर ला सके थे। आखिरी गेंद से पहले धोनी ने अपने एक हाथ के ग्लब्स निकाल चुके थे, पर जैसे ही गेंद उनके पास आई, उन्होंने चीते की फुर्ती दिखाते हुए बल्लेबाज के स्टंप बिखेर दिए। इस तरह भारत यह मैच एक रन से अपने नाम करने में कामयाब रहा।