निदास ट्राफी के फाइनल में आखिरी बॉल पर जब लाखों क्रिकेट प्रेमी सांसे रोक दिनेश कार्तिक के बल्ले की ओर टकटकी लगाकर देख रहे थे। उस वक्त कप्तान रोहित शर्मा काफी टेंशन में थे। उनका टेंशन था भी लाजिमी। पहले तो पड़ोसी से हार का डर उन्हें सता रहा था। वो यह भी सोच रहे थें कि अगर मैच ड्रा हो गया तो आगे सुपर ओवर की चुनौती भी थी। इसी उधेड़बुन में वह ड्रेसिंग रूम चले गये और सुपर ओवर के लिए तैयार होने लगे। तभी काम हो चुका था। अचानक स्टेडियम में इंडिया-इंडिया की आवाज गूंजने लगी और हंगामा होने लगा। भारत मैच जीत चुका था, लेकिन कप्तान रोहित शर्मा दिनेश कार्तिक के ऐतिहासिक छक्का को रियल टाइम में नहीं देख पाये। मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोहित शर्मा ने कहा, “मैं ड्रेसिंग रूम में अपना पैड पहनने चला गया था।” भारत, बांग्लादेश और श्रीलंका की इस त्रिकोणीय श्रृंखला में रोहित शर्मा भारत की ओर से कप्तानी कर रहे हैं। भारत को फाइनल मैच जीतने के लिए आखिरी गेंद में 5 रनों की जरूरत थी। दिनेश कार्तिक ने लास्ट बॉल पर 6 रन बनाकर भारत को जीत दिला दी।

मैच के बाद प्रजेंटेशन सेरेमनी में रोहित शर्मा ने दिनेश कार्तिक की तारीफ में तारीफों के पुल बांधे। उन्होंने कहा, ” दिनेश ने जो किया है उसे देखकर बहुत खुश हूं, उसे अबतक ज्यादा वक्त नहीं मिला था, लेकिन उसने अपनी ताकत दिखा दी।” रोहित शर्मा ने कहा कि टीम को उनकी फिनिशिंग एबिलिटी और अनुभव के बारे में जानकारी थी, इसलिए उन्हें रोककर रखा गया था, और ये तरकीब काम भी आई। उन्होंने बताया, “मुझे टीम के बैंटिंग ग्रुप पर हमेशा से ही भरोसा था, उन्हें 166 पर रोककर हममें विश्वास आ गया था।”

रोहित शर्मा ने खुद इस  मैच में 42 गेंदों पर 56 रन बनाए और टीम को जिताने में शानदार योगदान दिया। रोहित शर्मा ने श्रीलंका के भारतीय समर्थकों को भी धन्यवाद दिया और कहा कि श्रीलंकाई खेल प्रेमियों ने टीम इंडिया को सपोर्ट किया। रोहित बोले, “शानदार खेल, दर्शकों ने शानदार एटीट्यूड दिखाया, हमें इस भीड़ से जो सपोर्ट मिला वो जबर्दस्त था, मैं उन्हें शुक्रिया करना चाहूंगा।”