India vs Australia, 2nd ODI: महेंद्र सिंह धोनी ने एडिलेड वनडे ‘फिनिशर’ की अपनी भूमिका पूरी शिद्दत से निभाई। उनकी 54 गेंदों पर नाबाद 55 रन की पारी की बदौलत भारत ने 15 जनवरी को हुए मैच में आस्ट्रेलिया को छह विकेट से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर कर ली। तीसरी मुकाबला निर्णायक साबित होगा। भारत के लिये 299 रन के लक्ष्य को बौना साबित हुआ। कप्तान विराट कोहली ने 112 गेंदों पर पांच चौकों और दो छक्कों की मदद से 104 रन बनाए। पिछले मैच में अपनी धीमी बल्लेबाजी के कारण आलोचकों के निशाने पर रहे धोनी ने खेली और विजयी शॉट लगाकर वापस लौटे। भारत ने चार गेंद शेष रहते ही चार विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर दिया।
धोनी ने पहले नाथन लायन की गेंद पर छक्का जड़ा। जब आखिरी ओवर में सात रन की दरकार थी तब बेहरनडार्फ की पहली गेंद छह रन के लिये भेजी। इससे उन्होंने अपना 69वां अर्धशतक भी पूरा किया। हालांकि धोनी को इस बात का एहसास नहीं था पर कार्तिक ने स्कोर-बोर्ड देख माही को याद दिलाया कि उनका पचासा हो गया। फिर धोनी ने दर्शकों और पवेलियन की तरफ बैट लहराया।
https://twitter.com/183_264/status/1085237629858316290
धोनी की इस पारी पर वीरेंद्र सहवाग ने लिखा, “पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त! विराट की बेहतरीन पारी। धोनी और कार्तिक ने स्टाइल से मैच फिनिश किया। हमें ऐसे मैचों की और जरूरत है जहां नंबर 4-5-6 के बल्लेबाज मैच जिताऊ पारियां खेलें।”
Picture abhi baaki hai mere Dost !
Wonderful innings from Virat. Dhoni and Karthik finishing it in style. Will need more matches with 4-5-6 playing handy match-winning knocks. pic.twitter.com/YHdwJ0G59X— Virender Sehwag (@virendersehwag) January 15, 2019
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने शॉन मार्श के 131 रन और ग्लेन मैक्सवेल की 37 गेंदों पर 48 रन की पारी से आस्ट्रेलिया ने शुरुआती झटकों से उबरकर नौ विकेट पर 298 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया था। मार्श ने अपनी पारी में 11 चौके और तीन छक्के लगाए। गेंदबाजी में भारत की ओर से भुवनेश्वर कुमार (4 विकेट) और मोहम्मद शमी (3 विकेट) ने शानदार प्रदर्शन किया।
मोहम्मद सिराज का दिन खराब रहा जो दो बार मैक्सवेल का विकेट लेने से चूके। पहले 44वें ओवर में डीआरएस पर पगबाधा का फैसला बदल गया। इसके बाद 47वें ओवर में रोहित शर्मा ने एक्स्ट्रा कवर में उनका मुश्किल कैच छोड़ा। सिराज ने दस ओवर में 76 रन दिए। वह करसन घावरी (11 ओवर में 83 रन, इंग्लैंड के खिलाफ 1975 में) के बाद अपने पदार्पण मैच में सबसे महंगे भारतीय गेंदबाज बन गए हैं।
(एजंसी इनपुट्स के साथ)