विदेशी धरती पर खेले जाने वाले टेस्ट मैचों में अजिंक्य रहाणे का शानदार रिकॉर्ड होने के बावजूद टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री ने उन्हें मौका न देकर फैन्स का गुस्सा मोल ले लिया है। रहाणे दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, वेस्ट इंडीज और न्यूजीलैंड में भारत के लिए करीब 60 की औसत से रन बनाते रहे हैं। वहां की तेज पिचों पर जमने के लिए उन्हें भरोसमंद बल्लेबाज माना जाता है। उनकी जगह रोहित शर्मा को टीम में लिया गया है। …तो क्या इसे अब रहाणे का ‘खेल खत्म’ मान लिया जाए? टी20 में उन्हें लिया नहीं जाता है, वनडे मैचों में उनकी स्थिति बैकअप ओपनर की है, ले-देकर टेस्ट में ही उनकी जगह थी, अगर रोहित शर्मा रन बनाते हैं तो रहाणे का टेस्ट करियर भी पूरा मान लिया जाएगा!

रहाणे के समर्थन में ट्विटर पर फैन्स की प्रतिक्रियाओं की बाढ़ सी आ गई है। टी. अंबालावनम नाम के यूजर ने लिखा- विश्वास नहीं हो रहा कि पिछले साल दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर जिसने शानदार प्रदर्शन किया, उसके लिए टीम में कोई जगह नहीं बची है। पीयूष गंभीर ने लिखा- यह बहुत निराशा जनक है। दक्षिण अफ्रीका के दौरे के लिए अजिंक्य रहाणे के बजाय रोहित शर्मा को कैसे रखा जा सकता है?

लोगों ने रोहित शर्मा के लिए सहानुभूति जताई, लेकिन रहाणे का टीम में न चुना जाना बर्दाश्त नहीं हुआ। उमंग पाबरी ने लिखा- रोहित शर्मा को टीम में लिया, उसका स्वागत है, लेकिन अजिंक्य रहाणे को न रखने का कोई मतलब नहीं बनता है। आदित्य श्रीवास्तव ने रहाणे को देश के बाहर खेले जाने वाले मैचों के लिए सबसे अच्छा टेस्ट क्रिकेटर बताया और उनके ड्रॉप किए जाने पर खेद जताया।

केविन रोड्रीगेज ने लिखा- रहाणे को टीम से बाहर बैठाना नाइंसाफी है, वह पिछले कुछ वर्षों से लगातार देश के बाहर भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रकाश सिंह ने लिखा- रहाणे को बाहर बैठाना, यह सबसे नालायक फैसलों में से एक है। आप उस खिलाड़ी को बाहर नहीं रखना चाहते जिसने एक सीरीज में अच्छा नहीं खेला, इससे उनका (रहाणे) मनोबल गिरेगा। भारत के वाइस कैप्टन को बाहर रखना ठीक नहीं है।