बेहतरीन फार्म में चल रहे चेतेश्वर पुजारा के शतक के बाद रविचंद्रन अश्विन की पारी और मैच में करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी से भारत ने न्यूजीलैंड को तीसरे और अंतिम टेस्ट में आज यहां चौथे दिन ही 321 रन से हराकर श्रृंखला में 3-0 से क्लीनस्वीप करते हुए विजयदशमी के मौके पर देशवासियों को शानदार तोहफा दिया। पहली पारी में 258 रन की बढ़त हासिल करने के बाद भारत ने पुजारा (नाबाद ) और सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर (50) की पारियों की बदौलत दूसरी पारी तीन विकेट पर 216 रन बनाकर घोषित करके न्यूजीलैंड को 475 रन का लक्ष्य दिया। पुजारा ने 148 गेंद का सामना करते हुए नौ चौके जड़े। न्यूजीलैंड की टीम इसके जवाब में अश्विन (59 रन देकर सात विकेट) और रविंद्र जडेजा (45 रन पर दो विकेट) की फिरकी के जादू के सामने 44 . 5 ओवर ही टिक सकी जिससे भारत ने रनों के लिहाज से अपनी दूसरी सबसे बड़ी जीत दर्ज की। भारत इसके साथ ही पाकिस्तान (111 अंक) को पीछे छोड़कर 115 अंक के साथ आधिकारिक रूप से आईसीसी टेस्ट टीम रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंच गया। पाकिस्तान ने अगस्त में भारत को ही पीछे छोड़कर नंबर एक रैंकिंग हासिल की थी।

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न्यूजीलैंड की टीम से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी लेकिन अश्विन की बलखाती गेंदों के सामने टीम ने अंतिम सत्र में 35 . 5 ओवर में 115 रन जोड़कर नौ विकेट गंवा दिए। टीम की ओर से रोस टेलर ने सर्वाधिक 32 रन बनाए जबकि मार्टिन गुप्टिल ने 29 और कप्तान केन विलियमसन ने 27 रन की पारी खेली। भारत ने तीन या इससे अधिक टेस्ट मैचों की श्रृंखला में चौथी बार क्लीनस्वीप किया है। इससे पहले टीम इंडिया ने 1992-93 में इंग्लैंड को 3-0, 1993-94 में श्रीलंका को भी 3-0 और 2012-13 में आस्ट्रेलिया को 4-0 से हराया था। भारत की रनों से लिहाज से सबसे बड़ी जीत 337 रन की है जो उसने पिछले साल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दिल्ली में हासिल की थी।

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कप्तान विराट कोहली ने न्यूजीलैंड पर 3-0 से मिली श्रृंखला की जीत को पूरी तरह से टीम का प्रयास करार दिया। क्योंकि हालिया दिनों में भारत की सबसे रोमांचक सीरीज जीत में से एक में कई खिलाड़ियों ने अहम योगदान दिया। कोहली इस बात से खुश थे कि पिछले कुछ मौकों के विपरीत ‘जब टीम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पायी’ थी, गेंदबाजों ने अलग प्रदर्शन किया और बहुत अच्छी तरह से साथ निभाया।