क्रिकेट विश्वकप 2019 से पहले टीमों के बीच अभ्यास मैच खेला जा रहा है। इसी क्रम में मंगलवार को भारत और बांग्लादेश के बीच मंगलवार को अभ्यास मैच खेला गया। इस मैच मे भारत ने बांग्लादेश को 95 रन से हरा दिया। इस मैच के दौरान कॉमेंट्री बॉक्स में बैठे पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली और भारतीय टीम के कोच रह चुके जॉन राइट के बीच एक दिलचस्प वाकया सामने आया। सौरव गांगुली ने बताया कि जब जॉन राइट भारतीय टीम के कोच थे तो सौरव गांगुली उनके आज्ञाकारी शिष्य हुआ करते थे। वह उनकी हर बात मानते थे।

सौरव गांगुली ने कहा कि जब मैं कप्तान था और जॉन राइट कोच तो जॉन राइट सारे फैसले लिया करते थे और मैं उनका पालन किया करता था। सौरव गांगुली की इस बात पर जॉन राइट ने कहा कि, मुझे लगता है मुझे ठीक से याद नहीं पर आप उस समय इंचार्ज थे और मैं पर्दे के पीछे काम किया करता था।बता दें कि गांगुली और राइट साल 2000 से 2005 तक टीम इंडिया से जुड़े रहे। इन दोनों की जुगलबंदी के रहते ही भारतीय टीम 2003 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची थी। कॉमेंट्री के दौरान दोनों ने काफी पुरानी यादें ताजा की।

गौरतलब है कि  केएल राहुल और एमएस धोनी के शतक के दम पर टीम इंडिया ने बांग्लादेश को 359 रनों का विशाल टारगेट दिया था। इसके जवाब में जब बांग्लादेश की टीम मैदान में उतरी तो सलामी बल्लेबाज लिटन दास और सौम्य सरकार ने अच्छी शुरुआत की लेकिन बुमराह ने एक ही ओवर में दो विकेट लेकर मैच में नया मोड़ लाया। इसके बाद मुशफिकुर ने एक उम्मीद जरूर जताई और 90 रनों की पारी खेली लेकिन कुलदीप यादव और चहल ने कमाल की गेंदबाजी की जिसके चलते बांग्लादेश की टीम  केवल 264 रन ही बना सकी।