आस्ट्रेलिया के खिलाफ यहां होल्कर स्टेडियम में खेले गए मैच में भारतीय कप्तान विराट कोहली ने अपने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के कप्तान के तौर पर लगातार नौ वनडे मैच जीतने के रिकार्ड की बराबरी कर ली है। भारत ने रविवार को पांच वनडे मैचों की सीरीज के तीसरे मैच में आस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराते हुए 3-0 की अजेय बढ़त ले ली है। धोनी ने फरवरी 2008 से जनवरी 2009 तक भारतीय टीम का कप्तान रहते हुए लगातार नौ जीत हासिल की थीं। कोहली ने कप्तान के तौर पर लगातार जीत का सिलसिला छह जुलाई को सबिना पार्क में वेस्टइंडीज को आठ विकेट से मात देकर शुरू किया। इसके बाद श्रीलंका में उन्होंने अपनी कप्तानी में पांच वनडे सीरीज में 5-0 से कब्जा जमाया और अब आस्ट्रेलिया को लगातार तीन मैचों में मात देकर धोनी की बराबरी कर ली। इस दौरान कोहली बल्ले से भी काफी प्रभावी रहे। उन्होंने अपनी टीम के लिए लगातार रन किए हैं। कोहली की नजरें अब बेंगलुरू के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में होने वाले चौथे मैच को जीतकर धोनी से आगे निकलने पर होंगी।

भारतीय टीम ने तीसरा वनडे जीतते ही आईसीसी वनडे रैंकिेंग में पहला पायदान भी हासिल कर लिया। रविवार को खेले गए मैच में आस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए एरॉन फिंच (124) के शतक और कप्तान स्टीव स्मिथ (63) की पारियों के दम पर पूरे 50 ओवर खेलते हुए छह विकेट के नुकसान पर 293 रनों का मजबूत स्कोर खड़ा किया। भारत ने 294 के लक्ष्य को हार्दिक पांड्या (78) रोहित शर्मा (71) और अजिंक्य रहाणे (70) की बेहतरीन पारियों के बूते 47.5 ओवरों में ही पांच विकेट खोकर हासिल कर लिया। पांड्या ने दो विकेट भी लिए। हरफनमौला खेल के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया।

रोहित और रहाणे की जोड़ी ने टीम को अच्छी शुरुआत दी। 71 रन बनाने के लिए रोहित ने 62 गेंदें ही खेलीं और अपनी पारी में छह चौके और चार छक्के मारे। उन्हें नाथन कल्टर नाइल ने पवेलियन भेजकर मेहमान टीम को पहली सफलता दिलाई। टीम के खाते में आठ रन ही जुड़े थे कि रहाणे कमिंस की गेंद पर पगबाधा करार दे दिए गए। रहाणे ने 76 गेंदें खेलीं और नौ चौके लगाए। कोहली ने फिर पांड्या के साथ तीसरे विकेट के लिए 56 रन जोड़े। हालांकि, कोहली अपनी पारी को 28 रनों से आगे नहीं बढ़ा पाए। एश्टन अगर की गेंद पर वह फिंच के हाथों लपके गए। कप्तान का स्थान लेने आए केदार जाधव अपने बल्ले से सिर्फ दो रनों का ही योगदान दे सके।

तीन रनों के भीतर दो विकेट खोने के बाद मेजबान टीम एक बार फिर दबाव में थी और आस्ट्रेलिया को जीत की खुशबू आने लगी थी। पांड्या ने यहां से मनीष पांडे के साथ पारी को संभाला और टीम को जीत की दहलीज तक ले गए। 72 गेंदें खेलते हुए पांड्या ने पांच चौके और चार छक्के लगाए। आस्ट्रेलियाई कप्तान स्मिथ ने उनका कैच भी छोड़ा जिसका पांड्या ने बखूबी फायदा उठाया। जीत के लिए जब 10 रन चाहिए थे तभी पांड्या पवेलियन लौट लिए। इसके बाद धोनी और पांडे ने टीम को जीत दिलाई।