भारतीय क्रिकेट टीम के मिडल ऑर्डर बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे को इंग्लैंड के खिलाफ वनडे टीम में जगह नहीं दी गई है। रहाणे का चयन टीम में नहीं होने पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर दिलीप वेंगसरकर हैरान हैं। साल 1986 में इंग्लैंड के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करने वाले वेंगसरकर ने रहाणे के टीम में नहीं होने को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। दिलीप वेंगसरकर का मानना है कि रहाणे जैसे बड़े और अनुभवी खिलाड़ी को सिलेक्टर्स इस तरह नजरअंदाज नहीं कर सकते। वनडे क्रिकेट में भारत के लिए मिडल ऑर्डर में रहाणे काफी फायदेमंद साबित हो सकते थे। इसके अलावा विदेशी सरजमीं पर रहाणे का रिकॉर्ड भी दूसरे खिलाड़ियों के मुकाबले बेहतर है। दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भी रहाणे को ज्यादा मौके नहीं मिले, लेकिन उन्होंने मिले हर अवसर पर अपनी काबिलियत का परिचय बखूबी दिया। वहीं यो-यो टेस्ट की वजह से खिलाड़ियों के टीम से बाहर होने पर भी वेंगसरकर ने अपनी नारजागी जाहिर की है। उन्होंने कहा भारतीय खिलाडियों के लिए यो यो टेस्ट गले की फांस बनता जा रहा है। आखिरी समय पर इस टेस्ट की वजह से खिलाड़ी टीम से बाहर हो रहे हैं।

आपको बता दें कि हाल ही में संजू सैमसन, मोहम्मद शमी और अंबाती रायडू इस टेस्ट में फेल होने की वजह से इंग्लैंड दौरे से बाहर हो गए थे। रायडू की जगह टीम में रहाणे को मौका दिया जा सकता था, लेकिन टीम ने सुरेश रैना पर भरोसा जताया। वेंगसरकर के मुताबिक रहाणे टीम के लिए बेहतर विकल्प थे, वह लंबे समय तक क्रीज पर ठहरना जानते हैं और वनडे क्रिकेट में टीम के पास इस तरह का खिलाड़ी होना बेहद जरूरी होता है।
हालांकि, टीम का मिडल ऑर्डर अभी भी मजबूत है। सुरेश रैना, केएल राहुल, मनीष पांडे और दिनेश कार्तिक जेसे खिलाड़ी टीम को संभालने का काम कर सकते हैं। भारतीय खिलाड़ियों को इंग्लैंड की परिस्थतियों को जल्द से जल्द समझना होगा। वहीं इंग्लैंड की टीम के सभी खिलाड़ी शानदार फॉर्म में हैं, ऐसे में मैच से पहले कप्तान को अपना बेस्ट प्लेइंग इलेवन का चयन करना होगा।