भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली को आउट करना मौजूदा समय में हर गेंदबाज के लिए मुश्किल भरा काम है। इंग्लैंड के खिलाफ बुधवार से शुरू हो रहे टेस्ट सीरीज के दौरान भी इंग्लैंड टीम के लिए सबसे बड़ी चुनौती विराट को आउट करना ही होगा। इससे पहले साल 2014 में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने विराट कोहली को अपनी गेंदों पर खूब परेशान किया था। हालांकि, परिस्थितियां अब पहले से काफी बदल चुकी है, पिछली बार की गई गलतियों को कोहली इस बार बिल्कुल नहीं दोहराना चाहेंगे। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने इंग्लैंड के खिलाड़ियों से डटकर मुकाबला करने को कहा है। वॉन ने कहा कि अगर इंग्लैंड को सीरीज में बेहतर शुरुआत चाहिए तो एलेस्टेयर कुक को निरंतरता दिखानी होगी और कप्तान जो रूट को अपनी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलना होगा। इसके साथ ही वह इंग्लैंड की टीम को मैदान पर पांच गेंदबाजों के साथ उतरता देखना चाहेंगे। वॉन ने कहा कि कोहली की जब-जब आलोचना होती है वह बेहतर प्रदर्शन करते हैं।

2014 में इंग्‍लैंड दौरे पर विराट कोहली 6 पारियों में चार बार जेम्‍स एंडरसन के शिकार हुए थे।

वॉन ने कहा कि पहले मैच में परिस्थितियां इंग्लैंड के लिए अनुकूल रहेगी। पहला मैच एजबेस्टन में खेला जाना है और यहां इंग्लैंड का रिकॉर्ड शानदार रहा है। इस मैदान पर इंग्लैंड की टीम कभी हारी नहीं है और वह इस रिकॉर्ड को आगे यूं ही बरकरार रखना चाहेगी। ब्रॉड और एंडरसन को इस मैदान पर गेंदबाजी करना पसंद है।’ वॉन ने कहा, ‘आप उम्मीद करेंगे की ब्रॉड और एंडरसन कोहली को फ्रंट फुट पर चुनौती पेश करेंगे। लगातार ऑफ स्टंप के बाहर गेंद करने के बाद सीधी गेंद डाल कर उसे परेशानी में डाल सकते हैं।’

वॉन के मुताबिक वनडे सीरीज के दौरान इंग्लैंड के गेंदबाजों ने यह काम बखूबी किया। विराट ऑफ स्टंप के बाहर थोडे असहज रहते है। एंडरसन और ब्राड को लगातार वहीं गेंद डालनी होगी और उन्हें खेलने के लिए मजबूर करना होगा। अगर गेंद हवा में स्विंग हुई तो दोनों काफी खतरनाक होंगे।’ वॉन ने इसके साथ यह भी नसीहत दी कि वह विराट को लंबे समय तक पिच पर टिकने ना दें क्योंकि विराट कोहली पिच पर जमने के बाद बेहद खतरनाक हो जाते हैं।