आईसीसी विश्व टी20 में अब तक इंग्लैंड के अभियान से संतुष्ट कप्तान इयोन मोर्गन ने मंगलवार (29 मार्च) को कहा कि उनकी टीम के प्रत्येक खिलाड़ी ने टूर्नामेंट के दौरान अपनी विविधता दिखाई जिसने बुधवार (30 मार्च) न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले मैच से पूर्व टीम को ‘ताकतवर’ इकाई बनाया है। इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बड़े स्कोर खड़े किए जबकि अफगानिस्तान के खिलाफ स्पिनरों ने छोटे लक्ष्य का बचाव किया। श्रीलंका के खिलाफ डेथ ओवरों में तेज गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए टीम का अंतिम चार में प्रवेश सुनिश्चित किया।
मोर्गन ने न्न्यूजीलैंड के खिलाफ बुधवार (30 मार्च) को होने वाले टीम के सेमीफाइनल मुकाबले से पूर्व संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमें किसी चीज को दोबारा दोहराने की जरूरत नहीं पड़ी। हमने सभी खिलाड़ियों के चरित्र के अलग अलग पक्ष दिखाए। यह उसके विपरीत था जो वे नियमित तौर पर करते हैं। यह दिखाता है कि इकाई के रूप में टीम ताकतवर हो सकती है।’’
मोर्गन ने भरोसा जताया लेकिन जोर देकर कहा कि उनकी टीम अब भी फाइनल से दूर खड़ी है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं रोमांचित महसूस कर रहा हूं। मुझे ऐसा महसूस नहीं हो रहा कि मैं विश्व कप फाइनल के करीब हूं। मैं काफी आगे के बारे में नहीं सोच रहा। हमें बुधवार को न्यूजीलैंड की मजबूत टीम के खिलाफ कड़ा मैच खेलना है जिसने ग्रुप चरण में संभवत: टूर्नामेंट में अब तक सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेला है। इसलिए बुधवार को न्यूजीलैंड को हराने के लिए हमें अपना कड़ा क्रिकेट खेलना होगा।’’
मोर्गन को 2010 में विश्व टी20 जीतने का अनुभव है जब इंग्लैंड ने पाल कोलिंगवुड की अगुआई में फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर खिताब अपने नाम किया था। कोलिंगवुड इस बार भी सलाहकार के रूप में इंग्लैंड टीम के साथ जुड़े हुए हैं। वर्ष 2010 की विजेता टीम और मौजूदा टीम में समानता के बारे में पूछने पर मोर्गन ने कहा कि यह धैर्य बरकरार रखना और दबाव की स्थिति में सहजता बनाए रखना है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि वे जीत के भूखे हैं। यह अपने काम का लुत्फ उठाना है। इस टीम ने मजबूती दिखाई है जो 2010 की टीम के समान है।’’मोर्गन ने कहा कि वह सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड टीम को प्रबल दावेदार माने जाने से चिंतित नहीं हैं।