पूर्व पाकिस्तानी कप्तान मोहम्मद यूसुफ ने मिसबाह उल हक को मुख्य कोच और चयनकर्ता की दोहरी भूमिका में बनाये रखने के लिये पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की आलोचना की है। यूसुफ ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा, ”मैं बोर्ड के इन दोहरे मानदंडों को नहीं समझता। एक तरफ तो वे सभी कोचिंग क्वालीफिकेशन की बात करता है और दूसरी तरफ मिसबाह को मुख्य कोच बनाता है जबकि उसे पूर्व में क्लब स्तर पर भी कोचिंग का अनुभव नहीं है।”
उन्होंने कहा, ”मिसबाह को बिना कोचिंग कौशल के नियुक्त करना योग्यता का मजाक बनाने जैसा है। उन्हें पीएसएल में कोचिंग की अनुमति देना भी गलत है।” यूसुफ ने कहा, ”मैंने हाल में मिसबाह की मीडिया से बातचीत सुनी जिसमें वह ईमानदारी और सत्यनिष्ठा जैसी बातें कर रहा था और जबकि जब वह कप्तान था तब उसने अजहर अली को कभी वनडे टीम में नहीं आने दिया।” अभी पाकिस्तान टेस्ट टीम के कप्तान अजहर को जनवरी 2013 से अप्रैल 2015 तक वनडे टीम में जगह नहीं मिली थी।
मोहम्मद यूसुफ अपने बेबाक अंदाज के लिए भी जाने जाते हैं। वह क्रिकेट से जुड़ हर मामले पर अपनी राय जरूर देते हैं। पिछले दिनों यूसुफ ने भारतीय क्रिकेट टीम को लेकर बयान दिया था। उन्होंने न्यूजीलैंड दौरे पर टेस्ट सीरीज में भारत की हार के लिए थकान और मेजबान टीम के तेज गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन को जिम्मेदार ठहराया था। यूसुफ ने कहा था कि दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम भारत के आगे टिक नहीं पाई।
उन्होंने कहा था कि न्यूजीलैंड के पास काफी तेज गेंदबाज हैं, जिनका सामना करना आसान नहीं है। बकौल यूसुफ न्यूजीलैंड ने भारत से बेहतर क्रिकेट खेला और कभी कभी मुझे लगता है कि आजकल इतना अधिक क्रिकेट खेला जा रहा है कि यह लाजमी है कि सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी भी कभी ना कभी थक जाएंगे।” उन्होंने जीलैंड में भारतीय कप्तान विराट कोहली भी थका हुआ करार दिया था।
यूसुफ ने कहा, ‘‘जब आप इतना अधिक क्रिकेट खेलते हो तो यह किसी के भी साथ हो सकता है। यही कारण है कि मैं सहमत हूं कि आधुनिक क्रिकेट में फिटनेस सबसे महत्वपूर्ण है।” तब भी यूसुफ ने साथ ही सीनियर खिलाड़ियों मोहम्मद हफीज और शोएब मलिक की टीम में वापसी के लिए पाकिस्तान के मुख्य कोच और मुख्य चयनकर्ता मिसबाह उल हक को भी निशाना बनाया था।

