भारतीय टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज दिनेश कार्तिक अपनी तूफानी बल्लेबाजी से भारत को बांग्लादेश के खिलाफ फाइनल मैच में जीत दिलाने में कामयाब रहे। कार्तिक जब बल्लेबाजी करने मैदान पर आए, उस समय भारत को 2 ओवर में 34 रनों की जरूरत थी। कार्तिक ने पहली ही गेंद पर छक्का जड़ कर अपने इरादे साफ कर दिए और उस ओवर में दो छक्के और दो चौके की मदद से 22 रन अपने नाम किए। 22 रनों की बदौलत भारतीय टीम एक बार फिर मैच में वापसी करने में कामयाब रही। अंतिम ओवर में अब उसे जीत के लिए 12 रनों की जरूरत थी। कार्तिक को लास्ट ओवर में अंतिम गेंद पर जीत के लिए छक्का लगाना था, क्योंकि अगर कार्तिक चौका लगाते तो यह मैच टाई हो जाता। एक गेंद पर पांच रनों की जरूरत थी और तभी कार्तिक ने एक दमदार छक्का जड़ मैच को भारत की झोली में डाल दिया। कार्तिक ने 8 गेंदों में ताबड़तोड़ 29 रनों की पारी खेली। कार्तिक के इस शानदार पारी के लिए उन्हें ‘मैन ऑफ द मैच’ भी चुना गया।

कार्तिक ने इसके साथ ही एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। दरअसल, कार्तिक एशिया के पहले ऐसे बल्लेबाज बन गए हैं, जिन्हें इतने कम गेंद खेलने के बावजूद भी ‘मैन ऑफ द मैच’ का खिताब दिया गया हो। कार्तिक एक विकेटकीपर हैं, लिहाजा उन्होंने इस मैच में गेंद से अपना कोई योगदान नहीं दिया था, इसके बाद भी वह इस पुरस्कार को जीतने में कामयाब रहे।
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— CricFit (@CricFit) March 19, 2018
कार्तिक से पहले साल 2014 में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज ब्रेड हॉज ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ डरबन में 8 गेंदों में 21 रन बनाए थे। वहीं, वेस्ट इंडीज के बल्लेबाज रामनरेश श्रवण ने साल 2009 में इंग्लैंड के खिलाफ 9 गेंदों में 19 रनों की नाबाद पारी खेली थी। इंग्लैंड के विस्फोटक बल्लेबाज जोस बटलर का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है। बटलर ने साल 2012 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 10 गेंदों में 32 रनों की धुआंधार पारी खेलकर टीम को जीत दिलाया था।