Afghanistan cricket team, BCCI: बीसीसीआई ने अक्सर क्रिकेट के रूप में अफगानिस्तान के विकास में मदद का हाथ बढ़ाया है। भारत कुछ वर्षों से अफगानिस्तान का क्रिकेटिंग होम है। उन्होंने बेंगलूरु में भारत के खिलाफ टेस्ट मैच खेलते हुए टेस्ट क्रिकेट में भी डेब्यू कर लिया है। ऐसे में अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड चाहता था कि उनके खिलाड़ियों को भारतीय घरेलू मैचों में भी खेले का मौका मिले। अफगान बोर्ड के इस अनुरोध को प्रशासकों की समिति (सीओए) ने ठुकरा दिया है।

ब्रिटेन में हाल ही में खेले गए वनडे विश्व कप में अफगानिस्तान एक भी मैच जीतने में असफल रहा था। हालांकि ये अफगानिस्तान का केवल दूसरा संस्करण था। उन्होंने विश्वकप में श्रीलंका और वेस्टइंडीज़ के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन किया। वहीं भारत और पाकिस्तान जैसी टीमों को आसानी से मैच नहीं जीतने दिया। क्रिकेट के इस स्तर पर अनुभवहीनता और एक्स्पोसर की कमी के चलते अफगानिस्तान एक भी अंक नहीं जुटा सका। जिसके चलते अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने बीसीसीआई से अनुरोध किया था कि उनके खिलाड़ियों को बीसीसीआई द्वारा आयोजित घरेलू मैचों, शिविरों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों में शामिल किया जाए।

लेकिन प्रशासकों की समिति ने अपनी ताजा बैठक में यह कहते हुए इस अनुरोध को अस्वीकार कर दिया कि “बीसीसीआई द्वारा आयोजित घरेलू मैचों/टूर्नामेंटों में अफगानिस्तान के खिलाड़ियों को शामिल करना संभव नहीं होगा।” हालांकि, भारतीय बोर्ड ने अफगान खिलाड़ियों को अपने शिविरों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों में शामिल होने की अनुमति दी है। इतना ही नहीं अफगानिस्तान बोर्ड ने बीसीसीआई से भारत में अफगानिस्तान प्रीमियर लीग आयोजित करने की अनुमति भी मांगी थी। ये लीग पिछले साल शारजाह में खेली गई थी। लेकिन बीसीसीआई ने ये कहते हुए माना कर दिया कि हर साल गर्मियों में आईपीएल खेला जाता है ऐसे में किसी अन्य लीग का होना संभव नहीं है। हां बीसीसीआई अफगानिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए एक और वेन्यू देने के लिए सहमत हो गया है। अबतक वे देहरादून और ग्रेटर नोएडा में अपने अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी कर रहे थे। अफगानिस्तान ने बीसीसीआई से एक और मैदान देने का अनुरोध किया था। ऐसे में बीसीसीआई लखनऊ का मैदान अफगानिस्तान को दे सकता है।