भारत और इंग्लैंड के बीच राजकोट में खेले जा रहे 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच में भारत की पहली पारी के दौरान दर्शकों के साथ ही स्टेडियम में मौजूद पुजारा के पिता और पत्नी की सांसे उस वक्त थम गईं जब शतक के करीब पहुंचे चेतेश्वर पुजारा को अंपायर ने आउट करार दे दिया। चेतेश्वर पुजारा इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट टेस्ट मैच के तीसरे दिन डीआरएस सिस्टम के कारण ही अपने टेस्ट करियर का 9वां शतक लगा सके। जफर अंसारी की गेंद पर फील्ड अंपायर ने पुजारा को एलबीडब्लू आउट करार दे दिया था। उस वक्त पुजारा 86 रन के स्कोर पर थे। पुजारा ने तुरंत ही अंपायर के इस फैसले पर रिव्यू की मांग की और थर्ड अंपायर का फैसला उनके पक्ष में गया। मैदान में समर्थक खुशी से झूम उठे। स्टेडियम में मौजूद पुजारा की पत्नी काफी खुश थीं और उनके पिता के चेहरे पर मुस्कान पसर गई।

पुजारा ने अपने होम ग्राउंड पर खेलते हुए पहला शतक लगाया वहीं, यह उनके टेस्ट करियर का 9वां शतक था। भारत में इंग्लैंड के साथ खेलते हुए पुजारा का यह दूसरा शतक था। पुजारा ने उनकी बैटिंग देखने आए स्थानीय दर्शकों और अपने पिता तथा पत्नी को शतक की खुशी मनाने के लिए इंतजार करवाया। वह टी से पहले 99 रन के स्कोर पर थे और 8 गेदें खेलने के बाद भी शतक नहीं बना पाए। जिसके बाद दोनों मैदानी अंपायरों ने टी ब्रेक पर जाने का फैसला किया।

टी के बाद क्रिस वोक्स पहला ओवर लेकर आए जिसकी तीसरी गेंद पर पुजारा ने एक रन लेकर अपना शतक पूरा किया। यह पुजारा का लगातार दूसरा टेस्ट शतक भी है। इससे पहले उन्होंने इंदौर टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ भी सैकड़ा जड़ा था।

यह संभवत: पहला मौका है जब किसी भारतीय बल्लेबाज ने अपने घरेलू मैदान के पहले टेस्ट मैच में शतक बनाया है। पुजारा इस मैच में 124 रन बनाकर बेन स्टोक्स की गेंद पर एलिस्टेयर कुक को कैच दे बैठे। इस मैदान को बने अभी ज्यादा समय नहीं हुआ है। राजकोट के इस नए मैदान पर पहला टेस्ट मैच है। लेकिन पुजारा का इस मैदान पर प्रदर्शन शानदार रहा है। वे इस मैदान पर तीन प्रथम श्रेणी शतक लगा चुके हैं। अपनी पारी के दौरान पुजारा को तीन बाउंसर बॉल हेलमेट पर भी खानी पड़ी, लेकिन वह इससे विचलित हुए बिना शतक लगाकर ही माने।

वीडियो: टेस्‍ट मैचों की मेजबानी करने वाला दुनिया का 120वां स्‍टेडियम बना राजकोट का मैदान