वेंकट कृष्ण बी। इंडियन प्रीमियर लीग 2024 (IPL 2024) को दो महीने बीत चुके हैं। अब भारत का घरेलू सीजन शुरू होने वाला है। इससे पहले कई प्रमुख खिलाड़ी प्री-सीजन टूर्नामेंट तमिलनाडु में आयोजित होने वाले बुची बाबू टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे हैं। 12 टीमों में जम्मू-कश्मीर भी शामिल है,लेकिन उमरान मलिक नहीं हैं, जिन्होंने 150 किलोमीटर प्रतिघंटे से ज्यादा की रफ्तार से गेंद करके 2022 आईपीएल में सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा और बल्लेबाजों को परेशान किया।

उमरान ने इसे लेकर जम्मू से द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ” मैं टूर्नामेंट में खेलना पसंद करता,लेकिन मैं अभी डेंगू से उबर रहा हूं।” आईपीएल 2024 में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए वह सिर्फ 1 मैच खेले। 2023 में 8 मैच खेले थे। सनराइजर्स के लिए ही खेलते हुए उन्होंने खूब नाम कमाया। 2022 में शानदार गेंदबाजी के बाद भारतीय टीम में आए। फिलहाल उनका करियर पटरी से उतरा दिखाई दे रहा है। हालांकि, वह इस साल के अंत में होने वाले ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चयनकर्ताओं के रडार पर हैं। वापसी के लिए उन्हें घरेलू क्रिकेट में मेहनत करनी होगी।

रणजी ट्रॉफी में न खेलने से मुश्किल दौर आया

उमरान मानते हैं कि रणजी ट्रॉफी में न खेलने से यह मुश्किल दौर आया। आईपीएल में डेल स्टेन के साथ मिलकर काम करने के बाद उन्होंने घरेलू सत्र के दौरान भारत पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान के साथ भी काम किया। लेकिन जम्मू-कश्मीर के रणजी मुकाबलों पर खराब मौसम ने पानी फेरा और उन्होंने पूरे सत्र में केवल 47 ओवर ही गेंदबाजी की।

हैमस्ट्रिंग इंजरी के बाद डेंगू

उमरान ने कहा, “मैं उस सीजन में पूरी तरह से तैयार था, लेकिन मौसम ने काम खराब किया। फिर मैं आईपीएल का इंतजार कर रहा था। आईपीएल से पहले के महीनों में मैंने बहुत कुछ हासिल किया था। दुर्भाग्य से वह भी वैसा नहीं हुआ जैसा मैं चाहता था। लेकिन इसने मुझे अभ्यास सत्रों में उन चीजों पर काम करने का समय भी दिया, जो मैं करना चाहता था। अगर आप मुझसे पूछें तो मैं निश्चित रूप से एक बेहतर गेंदबाज बन गया हूं। आईपीएल के बाद मेरी हैमस्ट्रिंग में चोट लग गई और जैसे ही मैं ठीक हुआ मुझे डेंगू हो गया।”

एक्शन में छोटे-मोटे बदलाव किए

हैमस्ट्रिंग इंजरी के बाद डेंगू होने से मुश्किल बढ़ी है। लेकिन आने वाला सीजन 24 वर्षीय खिलाड़ी के लिए एक तरह से नई शुरुआत होगी। उमरान ने इरफान पठान के साथ मिलकर अपने एक्शन में छोटे-मोटे बदलाव किए हैं। पठान ने कहा, “पिछले सीजन में वह थोड़ा जल्दी खुल रहे रहे था, लेकिन मैं उन्हें टूर्नामेंट के बीच में सलाह नहीं देना चाहता था क्योंकि इससे खिलाड़ी भ्रमित हो सकता है।

पेस से समझौता नहीं

इंडियन एक्सप्रेस को दिए गए हालिया इंटरव्यू में टी20 वर्ल्ड कप तक भारत के गेंदबाजी कोच रहे पारस म्हाम्ब्रे ने कहा कि उमरान के पास पेस है। उन्हें कंट्रोल पर काम करने की जरूरत है। भारत ने मुनाफ पटेल जैसे खिलाड़ियों को स्विंग और कंट्रोल के लिए गति से समझौता करते देखा है, लेकिन पठान नहीं चाहते कि उमरान के साथ भी ऐसा हो। ऐसे में उन्होंने अब जम्मू के तेज गेंदबाज से नई गेंद से बहुत अधिक गेंदबाजी करवाई है क्योंकि इससे उनकी गेंदबाजी में नियंत्रण आए।

इरफान पठान ने क्या कहा

पठान ने उमरान को लेकर कहा, ” मैं नहीं चाहता कि वह गति से समझौता करें। यह सबसे महत्वपूर्ण बात है। मैं चाहता हूं कि वह नेट्स में नई गेंद से गेंदबाजी करे, जिससे उन्हें बेहतर नियंत्रण हासिल करने में मदद मिलेगी। अगर वह नियमित रूप से नई गेंद से गेंदबाजी करते हैं, तो उन्हें लेंथ का बेहतर अंदाजा होगा। वह यह भी समझ जाएंगे कि कलाई की अच्छी पोजिशन से स्विंग आएगी। यह प्राइमरी फोकस है, लेकिन इसके अलावा वह अपने यॉर्कर पर काम कर रहा हैं।”

एनसीए में ट्रॉय कूली के साथ ट्रेनिंग

उमरान अपनी गेंदबाजी को और बेहतर बनाने के लिए पठान के साथ समय बिता रहे हैं। इसके अलावा वह नेशनल क्रिकेट एकेडमी में पहुंचने के बाद ट्रॉय कूली के साथ फिटनेस, रणनीति और अन्य विविधताओं पर ध्यान केंद्रित करेंगे। ट्रॉय कूली पिछले दशक में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया टीम के गेंदबाजी कोच रह चुके हैं। उमरान ने कहा, “इन दिनों मैं नई गेंद से बहुत गेंदबाजी कर रहा हूं क्योंकि मेरा मानना ​​है कि स्विंग मेरी गति में बहुत बड़ा अंतर ला सकती है। मैं कुछ चीजें सीखना चाहता हूं, खासकर योजना कैसे बनाएं और उसे कैसे लागू करें। अगर आपके पास यह है, तो आप चुनौतियों का सामना करने के लिए बेहतर तरीके से तैयार होंगे। मुझे बॉलिंग ग्रुप और उनकी योजनाओं में फिट होना है और उनका साथ देना है। इसलिए मुझे उस मोर्चे पर तैयार रहने की जरूरत है। नई गेंद से भी मैं यॉर्कर गेंदबाजी करने की कोशिश कर रहा हूं क्योंकि अगर मैं इसे ठीक से करने में सक्षम हूं, तो मुझे हर समय गेंदबाजी करने का आत्मविश्वास मिलेगा। आपको बल्लेबाजों को हैरान करने के तरीके खोजने होंगे।”

ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चयनकर्ताओं के रडार पर

साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत को पांच टेस्ट खेलना है। ऐसे में चयनकर्ता और टीम प्रबंधन उमरान पर नज़र रखे हुए हैं। पूरी तरह से फिट और फॉर्म में होने पर उमरान तेज और उछाल वाली ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में एक उपयोगी खिलाड़ी हो सकते हैं। हाल ही में चेन्नई में पत्रकारों से बात करते हुए भारत के पूर्व गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने ऑस्ट्रेलिया सीरीज़ के लिए उमरान को तैयार करने की ज़रूरत पर बात की।

मैदान पर वापसी करने का लक्ष्य

ऑस्ट्रेलिया में गेंदबाजी करने की संभावना से उमरान उत्साहित हैं, लेकिन फिलहाल उनकी प्राथमिकता मैदान पर वापसी करना है। उन्होंने कहा, “मैं इसे सरल रखना चाहता हूं। मेरी योजना घरेलू सत्र के लिए तैयार रहना है। अगर मैं अधिक मैच खेलता हूं, तो मैं निश्चित रूप से बेहतर गेंदबाज बनूंगा। भले ही मैंने केवल पांच रणजी मैच खेले हों, लेकिन मुझे एहसास हुआ कि मैंने इससे कितना लाभ उठाया है। मैं दलीप ट्रॉफी का इंतजार कर रहा हूं। अगर मैं पूरा सीजन खेलता हूं तो मुझे पता चल जाएगा कि मैं वास्तव में कहां खड़ा हूं और इससे अवसर खुलेंगे। मैं लाल गेंद को अपने हाथ में पकड़ने का इंतजार कर रहा हूं।”