सातवीं बार दक्षिणी अफ्रीकी दौरे पर टेस्ट सीरीज खेलने पहुंची भारतीय टीम के पास पहली बार सीरीज जीतने का मौका है। भारत आसानी से पहला टेस्ट मैच जीत सकता है। एक रिपोर्ट की मानें तो अब इतिहास भी भारत के पक्ष में हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि घरेलू मैदान में अफ्रीकी टीम सबसे कम 249 के स्कोर का बचाव कर सकी है। इतने कम स्कोर पर साउथ अफ्रीका ने साल 2006 में न्यूजीलैंड को हराया था। ऐसे में भारत के पास अफ्रीकी टीम को हराने के लिए सबसे सुनहरा मौका है। क्योंकि भारत को यह मैच जीतने के लिए 208 रनों का लक्ष्य मिला है। इस लिहाज से भारत पहला टेस्ट मैच आसानी से जीत सकता है और इतिहास में पहली बार अफ्रीकी जमीन पर विरोधी टीम को सीरीज हराने की तरफ पहला कदम बढ़ा सकता है।

बता दें कि इससे पहले टीम इंडिया 6 बार अफ्रीका का दौरा कर चुकी है, लेकिन हर बार उसे शिकस्त ही झेलनी पड़ी। दक्षिण अफ्रीका ने 6 में से 5 सीरीज जीती हैं, जबकि एक सीरीज ड्रॉ रही। इसका मतलब है कि भारतीय टीम कभी दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाई है। आंकड़ों की नजर से देखें तो दोनों देशों के बीच 33 टेस्ट मैच खेले गए हैं, जिसमें भारत ने 10 और दक्षिण अफ्रीका ने 13 मैच जीते हैं। 10 मैच ड्रॉ रहे। भारत दक्षिण अफ्रीका में पिछले 17 प्रयासों में सिर्फ 2 ही टेस्ट मैच जीत पाया है।

हालांकि यह भी अहम है कि पिछले कुछ सालों में भारतीय टीम में जबरदस्त सुधार आया है। 1992-2001 के चरण में दक्षिण अफ्रीका का दबदबा रहा था। उसने 14 मैचों में 7 जीते थे, जबकि भारत को 2 में विजय मिली थी। 2002-2011 के बीच भारतीय टीम ने 5 मैचों में जीत हासिल की, जो दक्षिण अफ्रीका के बराबर थी। उस वक्त भारतीय टीम के कप्तान सौरव गांगुली थे, जिनकी अगुआई में भारत सीरीज ड्रॉ कराने में कामयाब रहा था।

दोनों देशों के बीच टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट पूर्व गेंदबाज अनिल कुंबले ने लिए हैं। 21 मैचों में कुंबले ने 84 विकेट चटकाए हैं। इसके बाद जवागल श्रीनाथ का नंबर है, जिनके नाम 13 मैचों में 64 विकेट हैं। डेल स्टेन तीसरे पायदान पर हैं। 13 मैचों में स्टेन 63 विकेट झटक चुके हैं। लेकिन स्टेन सीरीज के पहले मैच में चोटिल हो गए। माना जा रहा है कि वह पूरी सीरीज से बाहर हो सकते हैं। ऐसे में भारत के लिए यह भी अच्छी खबर साबित हो सकती है।