न्यायमूर्ति आरएम लोढ़ा की सिफारिशों को लेकर ‘रास्ते पर आने’ की सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद बीसीसीआइ ने रविवार को फैसला किया कि वह शीर्ष अदालत को जवाब देने से पहले आम सभा की विशेष बैठक (एसजीएम) बुलाएगा। पेशे से खुद वकील बीसीसीआइ अध्यक्ष शशांक मनोहर ने रविवार को अपने विधि पैनल की बैठक में हिस्सा लिया जिसमें पीएस रमन (तमिलनाडु, अध्यक्ष), डीवीएसएस सोमायाजुलु (आंध्र) और अभय आप्टे (महाराष्ट्र) शामिल थे। बैठक में कोषाध्यक्ष अनिरूद्ध चौधरी भी मौजूद थे।

पता चला है कि बैठक में फैसला किया गया कि इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट को जवाब देने से पहले जल्द से जल्द एसजीएम बुलाई जाए ताकि विभिन्न मान्यता प्राप्त इकाइयों का नजरिया पता चल सके। बीसीसीआइ के नियमों के अनुसार एसजीएम के आयोजन के लिए 21 दिन का नोटिस देना जरूरी है लेकिन अध्यक्ष के पास अधिकार हैं कि वह सचिव को दस दिन के नोटिस पर एसजीएम बुलाने का निर्देश दे सकते हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने चार फरवरी को कहा था कि समिति की सिफारिशें ‘सीधी, तर्कसंगत और समझ में आने योग्य’ हैं और ‘सम्मान की हकदार हैं’। उसने कहा था कि समिति से अहसमत होने की कोई वजह नहीं है जिसमें विधिक समुदाय के सबसे प्रबुद्ध और सम्मानित सदस्य हैं। सिफारिशों को लागू करने पर जवाब देने के लिए बीसीसीआइ को चार हफ्ते का समय दिया गया है लेकिन अदालत ने स्पष्ट किया कि सिफारिशों को स्वीकार करने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।

प्रधान न्यायाधीश टीएस ठाकुर की अध्यक्षता वाले पीठ ने बीसीसीआइ के इस कथन के बाद ये टिप्पणियां की कि इन सिफारिशों पर बोर्ड के 30 सदस्यों में परामर्श की जरूरत है। उन्होंने कहा था कि चूंकि बोर्ड की कानूनी समिति की बैठक सात फरवरी को हो रही है, इसलिए जवाब देने के लिए चार हफ्ते का वक्त दे दिया जाए। हालांकि, पीठ ने कहा- आप सभी को सुना जा चुका है और आपने समिति को अपने नजरिए से अवगत भी करा दिया था। अपने मुवक्किल से कहिए कि सिफारिशों पर सख्त नजरिया अपनाए। आप बच नहीं सकते। आप सिफारिशें देखिए। इन सिफारिशों का सम्मान होना चाहिए।

ये विधिक समुदाय के सबसे प्रबुद्ध और सम्मानित सदस्यों ने दी हैं। उन्होंने लोगों को आमंत्रित किया था और सभी पक्षों के साथ विस्तार से विचार विमर्श किया। सिफारिशें सीधी, समझ में आने योग्य और तर्कसंगत हैं। पीठ ने बीसीसीआइ से कहा कि सबसे अच्छा होगा कि रास्ते पर आ जाएं और परेशानियों से बचने के लिए सुझावों पर अमल करें