पिछले कुछ समय से लगातार हार से आहत ऑस्ट्रेलिया गुरुवार (3 नवंबर) से यहां जब दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलने के लिए उतरेगा तो उसकी उम्मीदें चोटिल मुख्य तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क और जानी पहचानी घरेलू पिचों पर टिकी रहेगी। स्टार्क के बायें पांव में चोट लगी थी और वह घुटने पर पैड लगाकर खेलेंगे। सितंबर में अभ्यास से जुड़े उपकरणों से टकराने के कारण वह चोटिल हो गये थे उनके पांव में 30 टांके लगाए गए थे। उन पर मेडिकल स्टाफ करीबी निगाह रखे हुए है। ऑस्ट्रेलिया ने जुलाई अगस्त में श्रीलंका के हाथों 0-3 से करारी हार के बाद टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक स्थान गंवा दिया था और इसके बाद उसे दक्षिण अफ्रीका ने पांच मैचों की वनडे श्रृंखला में 5-0 से शिकस्त दी थी।
दक्षिण अफ्रीका को अपने प्रभावशाली कप्तान एबी डिविलियर्स की कमी खलेगी जो कोहनी की चोट से उबर रहे हैं लेकिन उसने ऑस्ट्रेलिया में पिछली दो श्रृंखलाएं जीती है जिससे मेजबान टीम पर अतिरिक्त दबाव रहेगा। ऑस्ट्रेलिया पिछले दिनों की पराजयों को भुलाकर वापसी करने में सफल रहता है या नहीं यह काफी हद तक बायें हाथ के तेज गेंदबाज स्टार्क और उसके बल्लेबाजों पर निर्भर करता हैं। ऑस्ट्रेलिया इसके बाद पाकिस्तान के खिलाफ भी तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलेगा। अब तक 28 टेस्ट मेचों में 115 विकेट लेने वाले स्टार्क ने कहा कि वह ऑस्ट्रेलियाई आक्रमण की अगुवाई करने के लिए तैयार है हालांकि वह अब भी दुर्घटना से पूरी तरह नहीं उबरे हैं। पूरे घुटने पर पैड लगाने से वह क्षेत्ररक्षण करते समय डाइव भी लगा सकेंगे।
स्टार्क ने कहा, ‘इससे खून नहीं निकल रहा है। यह अच्छी तरह से ठीक हो रहा है। मैं अधिक से अधिक तेजी से गेंदबाजी करने की कोशिश करूंगा।’ इस महीने के शुरू में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शर्मनाक हार के दौरान स्टार्क टीम में मौजूद नहीं थे लेकिन अब उनकी वापसी और जोश हेजलवुड की उपस्थिति में ऑस्ट्रेलिया का आक्रमण मजबूत लगता है। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को भी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। वे श्रीलंका की स्पिनरों की मददगार पिचों पर नहीं चल पाए थे। सभी की निगाहें कप्तान स्टीव स्मिथ, सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर और लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे मध्यक्रम के बल्लेबाज एडम वोगेस पर टिकी रहेंगी।
ऑस्ट्रेलिया टेस्ट मैचों में अभी भारत और पाकिस्तान के बाद तीसरे स्थान पर है जबकि दक्षिण अफ्रीका पांचवें स्थान पर है। दक्षिण अफ्रीका का हालांकि पर्थ पर रिकॉर्ड अच्छा रहा है। वह यहां पिछले तीन टेस्ट मैचों में नहीं हारा है और वह फिर से जीतकर दर्ज करके श्रृंखला के लिए लय हासिल करने की कोशिश करेगा। दक्षिण अफ्रीका के मुख्य तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने कहा, ‘इस अहसास के साथ यहां आना अच्छा है कि आपने इस मैदान पर इससे पहले बेहतर प्रदर्शन किया है। जिस मैदान पर आप सहज महसूस करते हो वहां खेलना हमेशा रोमांचित करने वाला होता है इसलिए वास्तव में इस मैच को लेकर काफी उत्साहित हूं।’ स्टेन के अलावा दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज कैगिसो रबादा, वर्नोन फिलैंडर और मोर्ने मोर्कल पर टिकी रहेगी जबकि बल्लेबाजी डिविलियर्स की अनुपस्थिति के बावजूद उसके पास हाशिम अमला, तेम्बा बावुमा, कार्यवाहक कप्तान फाफ डु प्लेसिस और क्विंटन डिकाक जैसे अच्छे बल्लेबाज हैं।

