रोहित शर्मा और विराट कोहली के अर्धशतकों के बाद लेग स्पिनर अमित मिश्रा की कलाईयों की जादूगरी से भारत ने शनिवार (29 अक्टूबर) को यहां न्यूजीलैंड को पांचवें और निर्णायक एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में 190 रन से करारी शिकस्त देकर पांच मैचों की श्रृंखला 3-2 से जीतने के साथ देशवासियों को दीवाली की पूर्वसंध्या पर खूबसूरत तोहफा दिया। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए धीमे विकेट पर छह विकेट पर 269 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया। रोहित शर्मा ने फॉर्म में वापसी करते हुए 65 गेंदों पर 70 रन की पारी खेली जबकि विराट कोहली ने अच्छा प्रदर्शन जारी रखते हुए 76 गेंदों पर 65 रन बनाए। इनके अलावा कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (41) तथा डेथ ओवरों में केदार जाधव (नाबाद 39) और अक्षर पटेल (24) ने उपयोगी पारियां खेली। न्यूजीलैंड के बल्लेबाज किसी भी समय पिच से सामंजस्य नहीं बिठा पाए और उसकी टीम 23.1 ओवर में 79 रन पर ढेर हो गयी जो उसका भारत के खिलाफ न्यूनतम स्कोर है। मिश्रा के हावी होने के बाद तो उसकी पारी ताश के पत्तों की तरह बिखर गयी। कीवी टीम ने अपने आखिरी आठ विकेट 16 रन के अंदर गंवाए। मिश्रा ने 18 रन देकर पांच विकेट लिए। अक्षर पटेल ने नौ रन देकर दो जबकि उमेश यादव, जयंत यादव और जसप्रीत बुमराह ने एक एक विकेट लिया।

न्यूजीलैंड के केवल तीन बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे। भारत की यह न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे में रनों के लिहाज से सबसे बड़ी और ओवरऑल चौथी बड़ी जीत है। इस तरह से न्यूजीलैंड का भारतीय सरजमीं पर पहली बार श्रृंखला जीतने का सपना पूरा नहीं हो पाया। उसने रांची में चौथा वनडे जीतकर सीरीज 2-2 से बराबर करायी थी लेकिन आखिरी मैच में उसकी टीम किसी भी समय मुकाबले में नहीं दिखी। भारत ने इस तरह से टेस्ट में 3-0 से क्लीन स्वीप करने के बाद वनडे सीरीज जीतकर अपनी धरती पर व्यस्त सत्र का शानदार आगाज किया। न्यूजीलैंड की टीम केवल 23.1 ओवर तक ही टिक पायी। पहली बार उसकी टीम इतने कम ओवरों में आउट हुई। उमेश ने पहले ओवर में ही आउटस्विंगर पर मार्टिन गुप्टिल (शून्य) का विकेट थरथराकर न्यूजीलैंड को दबाव में ला दिया था। दूसरे सलामी बल्लेबाज टॉम लैथम (19) ने भी बुमराह की गेंद पर मिडविकेट पर खड़े जयंत यादव को कैच का अभ्यास कराया। जयंत का यह पहला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच है।

कप्तान केन विलियमसन (27) और रोस टेलर (19) ने कुछ देर तक विकेट गिरने का क्रम रोका लेकिन उन्हें पिच का मिजाज समझ में नहीं आ रहा था जिस पर रन बनाना आसान नहीं था। यह साझेदारी टूटते ही मिश्रा पूरी तरह से हावी हो गये और न्यूजीलैंड की पारी का पतन शुरू हो गया। अक्षर ने विलियमसन को लांग आफ पर खड़े जाधव के हाथों कैच कराकर यह साझेदारी तोड़ी जबकि मिश्रा ने टेलर और बीजे वाटलिंग को तीन गेंद के अंदर पवेलियन भेजा। टेलर ने कट करने के प्रयास में धोनी को कैच दिया जबकि वाटलिंग गुगली को नहीं समझ पाए और बोल्ड हो गए। जयंत ने अपने दूसरे ओवर में ही कोरे एंडरसन को पगबाधा आउट करके अपने करियर का पहला विकेट लिया। मिश्रा की गेंदबाजी देखकर तो ऐसा लग रहा था कि मानो उन्हें दीवाली का जश्न मनाने की देरी हो रही है। उन्होंने अपने अगले ओवर में दो विकेट निकाल दिये जिसमें ऑलराउंडर जेम्स नीशाम (तीन) का विकेट भी शामिल था जिन्हें उन्होंने खूबसूरत लेग ब्रेक पर बोल्ड किया। इसके बाद भारत की जीत महज औपचारिकता रह गयी थी। मिश्रा ने श्रृंखला में सर्वाधिक 15 विकेट लिए।

इससे पहले भारतीय पारी में अधिकतर बल्लेबाजों ने योगदान दिया। कोहली पांच मैचों की श्रृंखला में 119.33 की औसत से 358 रन बनाकर सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। उन्हें लेग स्पिनर ईश सोढ़ी (66 रन देकर दो विकेट) ने लगातार दूसरे मैच में आउट किया। कोहली लंबा शॉट खेलना चाहते थे लेकिन उन्होंने लॉन्ग ऑफ पर सीधे कैच थमा दिया। कोहली ने दो महत्वपूर्ण साझेदारियां निभायी। उन्होंने पहले रोहित के साथ दूसरे विकेट के लिए 79 और फिर धोनी के साथ तीसरे विकेट के लिए 71 रन जोड़े। भारत ने हालांकि बीच में 30 रन के अंदर तीन विकेट गंवाए जिससे स्कोर पांच विकेट पर 220 रन हो गया। मनीष पांडे खाता भी नहीं खोल पाये लेकिन आखिरी क्षणों में जाधव ने 37 गेंदों पर नाबाद 39 रन बनाकर टीम को अच्छे स्कोर तक पहुंचाया। जाधव ने अक्षर (18 गेंदों पर 24 रन) के साथ 39 गेंदों पर 46 रन की साझेदारी भी निभायी। भारत ने धीमी शुरुआत की और पहले पांच ओवर में केवल 17 रन बनाये। अंजिक्य रहाणे (20) ने तेजी लाने की कोशिश की लेकिन इसके बाद टाम लैथम को शॉर्ट मिडविकेट पर कैच का अभ्यास कराया।

रोहित लंबे समय बाद अपने असली रंग में दिखे। उन्होंने अपनी पारी में पांच चौके और तीन छक्के लगाये। उनके साथ कोहली ने स्ट्राइक रोटेट करने पर भी ध्यान दिया। रोहित ने श्रृंखला का पहला अर्धशतक जमाया लेकिन बाद में ऐंठन के कारण उनके लिये बल्लेबाजी करनी मुश्किल हो गयी। उन्होंने ट्रेंट बोल्ट (52 रन देकर दो विकेट) की गेंद पर डीप मिडविकेट पर खड़े जेम्स नीशाम को कैच थमाया। कोहली ने इसके बाद धोनी के साथ पारी को संवारने का बीड़ा उठाया। भारतीय कप्तान को हालांकि अपने पहले अंतरराष्ट्रीय मैच में अंपायरिंग कर रहे सी के नंदन ने गलत पगबाधा आउट दिया। धोनी चौथे नंबर पर ही बल्लेबाजी के लिए उतरे लेकिन उनकी शुरुआत अच्छी नहीं रही। एक समय उन्होंने 17 गेंदों पर पांच रन बनाये थे। उन्होंने 25वीं गेंद पर पहला चौका लगाया। इसके बाद उन्होंने तेजी दिखायी और आउट होने से पहले अपनी पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया। बाद में जाधव ने अच्छी तरह से जिम्मेदारी संभाली और अपनी पारी में दो चौके और एक छक्का लगाया। अक्षर ने भी अपने बल्लेबाजी कौशल का अच्छा नजारा पेश किया। उनकी पारी में एक चौका और एक छक्का शामिल है।

भारत बल्लेबाज़ी:
अंजिक्य रहाणे का लैथम बो नीशाम 20
रोहित शर्मा का नीशाम बो बोल्ट 70
विराट कोहली का गुप्टिल बो सोढ़ी 65
महेंद्र सिंह धोनी पगबाधा बो सैंटनर 41
मनीष पांडे का बोल्ट बो सोढ़ी 00
केदार जाधव नाबाद 39
अक्षर पटेल बो बोल्ट 24
जयंत यादव नाबाद 01

अतिरिक्त 09
कुल : 50 ओवर में, छह विकेट पर : 269
विकेट पतन : 1-40, 2-119, 3-190, 4-195, 5-220, 6-266

गेंदबाजी
साउथी 10-0-56-0
बोल्ट 10-0-52-2
नीशाम 6-0-30-1
सैंटनर 10-0-36-1
सोढ़ी 10-0-66-2
एंडरसन 4-0-27-0

न्यूजीलैंड बल्लेबाज़ी:
मार्टिन गुप्टिल बो उमेश यादव 00
टाम लैथम का जयंत बो बुमराह 19
केन विलियमसन का जाधव बो पटेल 27
रोस टेलर का धोनी बो मिश्रा 19
जेम्स नीशाम बो मिश्रा 03
बीजे वाटलिंग बो मिश्रा 00
कोरे एंडरसन पगबाधा बो जयंत यादव 00
मिशेल सैंटनर बो पटेल 04
टिम साउथी स्टं धोनी बो मिश्रा 00
ईश सोढ़ी का रहाणे बो मिश्रा 00
ट्रेंट बोल्ट नाबाद 01

अतिरिक्त 06
कुल : 23.1 ओवर में, सभी आउट : 79
विकेट पतन : 1-0, 2-28, 3-63, 4-66, 5-66, 6-74, 7-74, 8-74, 9-76

गेंदबाजी
उमेश यादव 4-0-28-1
बुमराह 5-0-16-1
पटेल 4.1-0-9-2
मिश्रा 6-2-18-5
जयंत 4-0-8-1