भारतीय टेस्‍ट टीम के उप-कप्‍तान अजिंक्‍य रहाणे का मानना है कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्‍ट सीरीज जीती जा सकती थी। उन्‍होंने हिंदुस्‍तान टाइम्‍स को दिए इंटरव्‍यू में कहा कि हम बहुत अच्‍छा खेले। रहाणे के अनुसार, ”दक्षिण अफ्रीका के हालातों में हमारे गेंदबाज असाधारण रहे, 60 विकेट लेना आसान नहीं होता। हमें यह भी नहीं भूलना चाहिए कि टेस्‍ट में दक्षिण अफ्रीका ने बेहतर क्रिकेट खेली। उन्‍होंने हमारे बल्‍लेबाजों को स्थिर नहीं होने दिया। अगर हमें पहले दो टेस्‍ट्स में अच्‍छी साझेदारी मिली होती तो हम श्रृंखला जीत गए होते। तीनों फॉर्मेट में जीतने के बाद, हमारा दौरा पूरा हो गया होता।” उप-कप्‍तान होने के बावजूद रहाणे को पहले दो टेस्‍ट के लिए मौका नहीं मिला था।

रहाणे ने तीसरे टेस्‍ट में टीम में वापसी की और उन्‍होंने अच्‍छा योगदान किया। इस बारे में उन्‍होंने कहा, ”जब मुझे पता चला कि मुझे खेलना है तो मैं यही सोच रहा था कि टीम के काम आऊं। मैं अपने बारे में नहीं सोच रहा था। यह मेरे लिए हीरो बनने का मौका था। मैं ड्रेसिंग रूम में अकेला बैठता था और अपनी बैटिंग व शॉट सेलेक्‍शन के बारे में सोचता रहता था। इससे मुझे मदद मिली। मैं बहुत भूखा और संकल्पित थ। मैं अपने मौके का इंतजार कर रहा था।”

वांडरर्स टेस्‍ट में रहाणे ने विराट कोहली के साथ मिलकर महत्‍वपूर्ण साझेदारी और भारत वह टैस्‍ट जीतने में कामयाब रहा। रहाणे ने कहा, ”हमें फील्‍ड पर एक-दूसरे का साथ अच्‍छा लगता है, चाहे हम साथ बैटिंग करें या स्लिप में फील्डिंग। हम क्रिकेट पर बहुत बात करते हैं, अपने प्‍लान्‍स और साझेदारियों के दौरान गोल्‍स पर चर्चा करते हैं। उस साझेदारी के दौरान हमारी मनोस्थिति बदली। उसके बाद, भुवी और मैंने कुछ रन जोड़े। इससे गेम बदल गया और हमारे पक्ष में हो गया।”

पहले दो टेस्‍ट से बाहर किए जाने के सवाल पर रहाणे ने कहा, ”यह टीम का मामला है। आपको फैसलों का सम्‍मान करना होता है क्‍योंकि यही टीम के लिए अच्‍छा है। विराट और मेरे बीच बहुत अच्‍छे रिश्‍ते हैं। कप्‍तान और उप-कप्‍तान के तौर पर हम जो भी सोचते हैं, वह टीम के लिए अच्‍छा है।”