World Cup 2019: भारत ने वर्ल्ड कप में अपने अभियान की शानदार शुरुआत की। टीम इंडिया ने अपने पहले मुकाबले में दुनिया में तीसरे नंबर की टीम साउथ अफ्रीका को 6 विकेट से हरा दिया। टीम इंडिया की तरफ के ओपनर बल्लेबाज रोहित शर्मा ने शानदार शतक (122 रन) लगाया। साउथ अफ्रीका से मिले 228 रनों के लक्ष्य को टीम इंडिया ने 4 विकेट खोकर आसानी से जीत लिया।
टीम इंडिया की जीत में रोहित के शानदार शतक के साथ ही तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और कलाई के स्पिनर युजवेंद्र सिंह चहल की अहम भूमिका रही। भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका को बॉलिंग, फील्डिंग के साथ ही बैंटिंग में पीछे छोड़ दिया। टीम इंडिया की जीत के अहम कारण में सबसे पहले कारण बुमराह का शुरुआत में दोहरा झटका रहा। टॉस जीत कर बैटिंग करने उतरी साउथ अफ्रीका की शुरुआत ठीक नहीं रही।
भारतीय तेज गेंदबाज बुमराह ने सटीक लाइन और लेंथ से गेंदबाजी की। इसका असर हाशिम अमला पर साफ दिखाई दे रहा था। बुमराह ने मैच की तीसरे ही ओवर में ओपनर हाशिम अमला को 6 रन पर रोहित के हाथों कैच आउट कराया। दूसरे ओपनर और विकेट कीपर बल्लेबाज क्विटंन डी कॉक भी ज्यादा देर तक पिच पर नहीं टिक सके। बुमराह की गेंद पर कप्तान विराट कोहली ने स्लिप पर क्विंटन का कैच लपक लिया।
इस तरह साउथ अफ्रीका ने महज 6 ओवरों के भीतर अपने दोनों ओपनर के विकेट गंवा दिए। इसके कप्तान फॉफ डु प्लेसिस और बैट्समैन रॉस वेडर डुसान ने कुछ देर तक विकेट पर टिकने का प्रयास किया। इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 48 रन की पार्टनरशिप की। इसके बाद कोहली ने 19वें ओवर में कोहली ने चहल को गेंद थमाई।
चहल ने अपने पहले ही ओवर में डुसान को गिल्लियां बिखेर दी। डुसान लेग साइड पर स्वीप करने के प्रयास में बोल्ड हो गए। इसी ओवर की आखिरी गेंद पर चहल ने कप्तान डु प्लेसिस को अपना शिकार बनाया। चहल की गेंद डुप्लेसिस को मात देते हुए सीधे ऑफ स्टंप्स से जा टकराई। इस तरह 80 रन के भीतर साउथ अफ्रीका के 4 विकेट गिर चुके थे।
कप्तान विराट कोहली की आक्रामक कप्तानीः विराट कोहली की आक्रामक कप्तानी ने इस जीत में अहम भूमिका अदा की। कोहली ने पिच के मिजाज को देखते हुए तीन स्लिप के साथ गेंदबाजी की शुरुआत करवाई। पावरप्ले में तीन स्लिप का ही असर था की दोनों ओपनरों के विकेट मिले। इसके बाद कोहली ने पांड्या और कुलदीप यादव से गेंदबाजी कराई। दोनों छोर से दबाव के बीच कुलदीप यादव ने डुमिनी को पगबाधा आउट किया। चहल और कुलदीप की जोड़ी ने मिलकर आधी साउथ अफ्रीकी टीम को पेवेलियन भेजा।
रोहित की संयम भरी पारीः भारत की जीत में रोहित की संयम भरी पारी ने भी अहम भूमिका निभाई। पिच में डबल बाउंस के कारण गेंद बल्ले पर उतनी आसानी से नहीं आ रही थी। ऐसे में बल्लेबाज को बेहद संभल कर बैटिंग करनी पड़ी। रोहित ने गेंद को शरीर के अधिक नजदीक से खेलने की रणनीति अपनाई जो कारगर भी रही। यह रोहित के सबसे धीमे शतक में से एक था। 32 वर्षीय इस खिलाड़ी ने अपने 23वें शतक के साथ ही 144 गेंदों पर 122 रनों की मैच विनिंग पारी खेली।