क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ पांडिचेरी (CAP) में पैसे लेकर लोकल खिलाड़ी बनाने के मामले का खुलासा द इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी जांच में किया था। वहीं अब एक नई रिपोर्ट में इंडियन एक्सप्रेस द्वारा जानकारी दी गई है कि तीन लोकल खिलाड़ियों ने अंडर-19 हेड कोच एस. वेंकटरमन पर सोमवार को हमला किया था। यह मामला सामने आया इन खिलाड़ियों को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के लिए टीम में नहीं चुनने को लेकर।

इस हमले के बाद वेंकटरमन के सिर पर चोट आई और उनका कंधा फ्रैक्चर हो गया। सेदारापेट पुलिस स्टेशन के सब इंस्पेक्टर एस. राजेश ने इस मामले को कंफर्म किया। इस मामले पर एफआईआर फाइल हो चुकी है। उन्होंने बताया,”वेंकटरमन के सिर पर 20 टांके लगे है लेकिन उनकी हालत स्थिर है। कथित आरोपी खिलाड़ी फरार हैं और हम उन्हें ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं। जल्द ही इस मामले पर अधिक जानकारी दी जाएगी।”

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वेंकटरमन ने किस पर लगाया आरोप

पुलिस से अपने साथ हुई घटना की शिकायत करते हुए सीएपी के पूर्व सचिन वेंकटरमन ने तीन लोकल खिलाड़ियों का नाम बताया है। उन्होंने सीनियर खिलाड़ी कार्तिकेयन जयसुंदरम का नाम लिया जो छह मैच टीम के लिए खेल चुके हैं। इसके अलावा ए अरविंददराज और एस. संतोष कुमार जो रणजी में पुडुचेरी का नेतृत्व कर चुके हैं उनका भी नाम वेंकटरमन ने अपने ऊपर हमला करने वाले आरोपियों की लिस्ट में दिया।

साथ ही वेंकटरमन ने भारतीदसन पांडिचेरी क्रिकेटर्स के फोरम सचिव जी. चंद्रन पर इस हमले को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। अपनी शिकायत में वेंकटरमन ने बताया,”8 दिसंबर 2025 को 11 बजे सुबह मैं अपने सीएपी कॉम्प्लेक्स स्थित इंडोर नेट्स में था। उसके बाद कार्तिकेयन, अरविंददराज और संतोष आए और मुझे गाली देने लगे। उन्होंने इसी बीच सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी स्क्वाड में उन्हें नहीं चुनने की बात कही।”

वेंकटरमन ने आगे बताया,”इसके बाद अरविंददराज ने मुझे पकड़ा और कार्तिकेयन ने बल्ला उठाया और मुझे मारने लगे। वह मुझे जान से मारने की मंशा से आए थे। उन्होंने मारते हुए कहा चंद्रन ने उन्हें बताया है कि इन खिलाड़ियों को मौका मेरी मौत के बाद ही मिलेगा।”

वहीं भारतीदसन पांडिचेरी क्रिकेटर्स फोरम ने चंद्रन के खिलाफ इन आरोपों का खंडन किया है। लोकल क्रिकेटर्स फोरम के अध्यक्ष सेंथिल कुमारन ने बताया,”वेंकटरमन का पुराना इतिहास है उनके (चंद्रन के) खिलाफ बहुत केस करवाने का। वह खुद (वेंकटरमन) लोकल खिलाड़ियों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं और गलत भाषा का उपयोग करते हैं। चंद्रन के खिलाफ उनकी पुरानी दुश्मनी है और इस मामले पर हमने कई बार बीसीसीआई और सीएपी से पिछले सात सालों में यह मुद्दा उठाया है।”

लोकल खिलाड़ियों के फर्जीवाड़े से तिलमिलाए CAP सीईओ

साथ ही इस मामले पर क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ पांडिचेरी (सीएपी) द्वारा कोई भी बयान देने से इंकार किया गया। वहीं द इंडियन एक्सप्रेस द्वारा जांच में लोकल क्रिकेटर्स वाले खुलासे पर सीएपी सीईओ राजू मेथा ने कहा,”हर खिलाड़ी जिसने सीएपी का नेतृत्व किया है उसे बीसीसीआई के मानकों और नियमों के तहत ही रखा गया है। साथ ही भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी जीरो टॉलरेंस पॉलिसी है और कभी भी हमारे खिलाफ किसी गलत रवैये का सबूत नहीं सामने आया है।”

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मेथा ने जांच रिपोर्ट पर जवाब देते हुए प्रेस रिलीज जारी की और उसमें यह भी कहा,”इस मामले पर द इंडियन एक्सप्रेस द्वारा ना ही सीएपी को अप्रोच किया गया और ना ही इस रिपोर्ट पर किसी स्पष्टीकरण, सत्यापन और जवाब के बारे में पूछा गया।” जबकि इंडियन एक्सप्रेस द्वारा सीएपी के फाउंडर दामोदरन से एक प्रश्नावली के जरिए जवाब मांगा गया था। जिसका शॉर्टर वर्जन ही मिल पाया। वहीं इससे पहले राजू मेथा से जब बात करने की कोशिश हुई तो उन्होंने जवाब नहीं दिया था।

गौरतलब है कि मंगलवार को द इंडियन एक्सप्रेस द्वारा खुलासा किया गया था कि किस तरह बाहरी क्रिकेटर्स को पैसा देकर फेक एड्रेस प्रूफ के साथ पुडुचेरी का लोकल खिलाड़ी बनाया जा रहा है। साथ ही स्थानी खिलाड़ियों के साथ नाइंसाफी हो रही है। इस जांच और खुलासे पर बीसीसीआई सचिव देवजीत साइकिया ने कहा,”न्यूज द्वारा कई गंभीर आरोप लगे हैं, तो इस मामले पर बीसीसीआई जल्द ही जांच करेगा।”