जनता को कोरोनावायरस के कहर से बचाने के लिए खेल मंत्री किरन रिजिजू ने सोशल मीडिया के जरिए अवेयरनेस कैंपेन चलाया है। इसे तमाम जानी-मानी हस्तियों ने स्वीकार किया है। दिलचस्प है कि खेल मंत्री के इस चैलेंज को न सिर्फ खेल से जुड़ी हस्तियों स्वीकारा है, बल्कि राजनीति से संबंधित लोग भी उनके कैंपेन को सपोर्ट कर रहे हैं।

हाल ही में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी अपने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है। उन्होंने वीडियो को शेयर कर कैप्शन में लिखा कि मैं रिजिजू को Self Hands Challenge को स्वीकारती हूं। वीडियो में ईरानी 46 सेकेंड तक अपने हाथों को डिटॉल से साफ करती दिख रही हैं।

इससे पहले Self hands challenge को धावक हिमा दास, बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधू, सचिन तेंदुलकर, टेबल टेनिस स्टार मनिका बत्रा भी स्वीकार चुकी हैं। सभी फेमस चेहरे अब इस अवेयरनैस कैंपेन का हिस्सा बन सोशल अकाउंट के जरिए दूसरों को जागरूक कर रहे हैं।

जानकारी के लिए बता दें कि सबसे पहले हाथ धोने वाले इस चैलेंज को कैथरीन हाडा ने शुरू किया था। कोरोना की महामारी के बढ़ते प्रभाव को ध्यान में रखते हुए ठीक से हाथ धोने का एक वीडियो अपने ट्वीटर पर शेयर किया था।

कैथरीन के वीडियो को अब तक 22 हजार से ज्यादा लोग देख चुके हैं और सैकड़ों इसके जरिए हाईजीन होने को लेकर जागरुकता फैला रहे हैं। कैथरीन का कहना है कि हर किसी को कम से कम अपने हाथ 20 सेकेंड तक साफ करने चाहिए। हाथ धुलने के दौरान लोगों को अपने नाखून और उंगलियों को भी ठीक से साफ करना जरूरी है।

बता दें कि कोरोनावायस दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। हाल ही में सिंगापुर से लौटे छह यात्रियों को गुजरात जाने वाली सौराष्ट्र एक्सप्रेस ट्रेन से मुंबई के बोरीवली स्टेशन पर उतार दिया गया।

उनके हाथों पर ‘होम क्वॉरेंटाइन’ की मुहर लगी थी। पश्चिमी रेलवे के प्रवक्ता ने बताया कि छह यात्री मुंबई सेंट्रल से वडोदरा की यात्रा कर रहे थे। इस घटना से एक दिन पहले जर्मनी से लौटे चार यात्रियों को साथी यात्रियों द्वारा आपत्ति जताए जाने के बाद पालघर स्टेशन पर गरीब रथ एक्सप्रेस से उतरने के लिए मजबूर होना पड़ा। उनके हाथों पर भी ‘घर में पृथक रहने’ (होम क्वॉरेंटाइन) की मुहर लगी थी।

भारत में 170 लोग कोरोना की चपेट में हैं। तीन लोगों की मौत भी हो चुकी है। हालांकि 14 लोगों के ठीक भी हुए हैं। सरकार इस महामारी से बचने के लिए हर तरह के सक्षम प्रयास कर रही है। दिल्ली प्रशासन भारत में इन यात्रियों के प्रवेश के प्रबंध कर रहा है। विश्व भर के 157 देशों और क्षेत्रों में इस संक्रमण के कारण 8,809 लोगों की मौत हो चुकी है और 2,18,631 लोग इससे संक्रमित हैं।