कर्नाटक के प्रखर चतुर्वेदी ने कूच बिहार ट्रॉफी 2023-24 के फाइनल में मुंबई के खिलाफ नाबाद 404 रन बनाए। उन्होंने इसके साथ ही दिग्गज क्रिकेटर युवराज सिंह का 24 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। दिसंबर 1999 में कीनन स्टेडियम में युवराज सिंह ने पंजाब की ओर से खेलते हुए बिहार के खिलाफ 358 रन की पारी खेली थी।
युवराज सिंह ने जब यह पारी खेली थी तब झारखंड नहीं बना था। दिग्गज क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी भी बिहार से खेलते थे। धोनी भी युवराज सिंह वाले इस मैच का हिस्सा थे। उनकी बायोपिक ‘एमएस धोनी द अन्टोल्ड स्टोरी’ में कूच बिहार ट्रॉफी के इस मैच को दिखाया गया है। दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत ने महेंद्र सिंह धोनी का किरदार निभाया था।
युवराज सिंह की धागा खोल देने वाली पारी
एमएस धोनी अपनी बायोपिक में युवराज सिंह की 358 रनों की पारी खूब तारीफ करते हैं। वह कूच बिहार ट्रॉफी के मैच के बारे दोस्तों को बताते हैं। इस दौरान कहते हैं, ” फिर आया युवराज सिंह बहुत मारा, धागा खोल दिया एक दम।” युवराज सिंह ने इस पारी में 40 चौके और 6 छक्के लगाए थे। कुल 404 गेंदों का सामना किया था।
विजय जोल के नाम है कूच बिहार ट्रॉफी में सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड
बीसीसीआई की अंडर -19 टूर्नामेंट कूच बिहार ट्रॉफी में दूसरी बार किसी बल्लेबाज ने 400 से ज्यादा का स्कोर बनाया है। प्रखर से पहले 2011-12 सीजन में असम के खिलाफ महाराष्ट्र के लिए विजय जोल की नाबाद 451 रन की पारी खेली थी। यह इस टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत स्कोर है। प्रखर चतुर्वेदी की नाबाद 404 रन की पारी की बदौलत कर्नाटक ने पहली पारी की बढ़त के आधार पर मुंबई को हरा दिया। मुंबई ने पहली पारी में 380 रन बनाए थे।