भारतीय टीम के सबसे भरोसेमंद टेस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने चौथे टेस्ट के दूसरे दिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कई रिकॉर्ड अपने नाम किए। 373 गेंदों में 193 रनों की पारी खेलने वाले पुजारा ने इस पारी के दौरान करीब 9 घंटे तक बल्लेबाजी की। लगातार पांच सेशन में बल्लेबाजी करने के बाद नाथन लॉयन ने उन्हें पवेलियन का रास्ता दिखाया। पुजारा भले ही दोहरा शतक लगाने से चूक गए हों, लेकिन उन्होंने अपने नाम कई बड़ी उपलब्धि दर्ज कर ली। इस पारी के बाद बीसीसीआई ने पुजारा का एक वीडियो अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर शेयर किया। इस वीडियो में पुजारा अपनी बल्लेबाजी को लेकर बात कर रहे हैं। पुजारा इस सीरीज के दौरान अब तक तीन शतक लगा चुके हैं, लेकिन उनका पसंदीदा शतक एडिलेड में लगाया गया पहला शतक है। पुजारा के मुताबिक सीरीज का पहला मैच हमेशा ही दबाव भरा रहता है और ऐसी स्थिति में खिलाड़ी का प्रदर्शन ही उसके मनोबल को बढ़ाने का काम करती है।

पुजारा ने आगे कहा, ‘जब कोई तेज गेंदबाज अपनी बेस्ट डिलीवरी डालता है और बल्लेबाज उस गेंद को सुरक्षात्मक अंदाज में खेल दें तो यह बल्लेबाज की जीत होती है। इस सीरीज के दौरान मेरे पास कई ऐसे मौके आए।’ गुगली गेंद को लेकर पुजारा ने कहा, ‘बतौर बल्लेबाज गुगली गेंद मुझे समझने में परेशानी रहती है, गेंद गिरने के बाद स्पिन होगी या सीधे रहेगी ये पता लगाना बेहद मुश्किल होता है। हालांकि, अगर गेंदबाजी की बात हो तो वो मेरी सबसे पसंदीदा गेंद होगी।’

पुजारा के मुताबिक ऑफ फील्ड वह क्रिकेट से दूर रहते हैं, उन्हें क्रिकेट देखना पसंद नहीं है। बचपन में पुजारा टीटी और बैडमिंटन के शौकीन थे और वह इसकी प्रैक्टिस करने के लिए रेलवे ग्रउंड जाया करते थे। बता दें कि राहुल द्रविड़ के संन्यास के बाद पुजारा को ही टीम इंडिया का नया दीवार कहा जाता रहा है। पुजारा ने कई मौकों पर टीम के लिए अपनी अहमियत साबित भी की है।