शतरंज ओलंपियाड में भारत की दोनों टीमें (पुरुष और महिला) ओपन सेक्शन और महिला वर्ग में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीतने के करीब पहुंच गईं हैं। शतरंज में यह राष्ट्रीय टीमों के लिए सबसे प्रतिष्ठित टीम इवेंट है। ग्रैंडमास्टर और विश्व चैंपियनशिप चैलेंजर डी गुकेश ने बुडापेस्ट में 45वें शतरंज ओलंपियाड में संयुक्त राज्य अमेरिका के फैबियानो कारुआना को हराकर भारतीय पुरुष टीम का स्वर्ण पदक लगभग पक्का कर दिया।

पहली बार गोल्ड मेडल जीतेगी भारतीय पुरुष टीम

भारतीय पुरुष टीम शतरंज ओलंपियाड में पहली बार स्वर्ण पदक जीतेगी। रविवार 22 सितंबर 2024 को होने वाले मुकाबलों के अंतिम दौर में दोनों भारतीय टीमें ओलंपियाड स्टैंडिंग में शीर्ष पर हैं। ओपन सेक्शन की टीम ने शनिवार 21 सितंबर 2024 की देर रात (भारतीय समयानुसार) यूएसए को हराया। यूएसए टूर्नामेंट में शीर्ष वरीयता प्राप्त है, लेकिन अंतिम चरण में उसका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा।

गुकेश ने वर्ल्ड नंबर 2 को हराया

नवंबर 2024 में सिंगापुर में अगला विश्व चैंपियनशिप मैच खेलने के लिए तैयार डी गुकेश ने भारत के लिए विश्व के दूसरे नंबर के खिलाड़ी फैबियानो कारुआना को हराया, जबकि अर्जुन इरिगैसी ने एक और लंबे मैराथन गेम के बाद लीनियर डोमिन्गुएज पेरेज को हराकर वेस्ले सो से प्रगनानंद की हार की भरपाई की। विदित गुजराती ने लेवोन एरोनियन के खिलाफ ड्रॉ खेला।

शतरंज ओलंपियाड में भारत के डी गुकेश ने यूएसए (अमेरिका) के फैबियानो कारुआना को हराया। (सोर्स- X/@FIDE_chess)

महिला टीम का भी शानदार प्रदर्शन

भारतीय महिला टीम शतरंज ओलंपियाड स्टैंडिंग में 10वें राउंड में दूसरे स्थान पर थी। उसने चीन की कमजोर माने जाने वाली टीम को हराया, क्योंकि उस टीम में महिला विश्व चैंपियन या महिला विश्व चैंपियन के ताज की दावेदार रहीं टैन झोंगयी, होउ यिफान, जू वेनजुन और लेई टिंगजी जैसे सभी शीर्ष खिलाड़ी शामिल नहीं थीं।

दिव्या देशमुख ने तोड़ी चीन की चुनौती

चीन के खिलाफ दिव्या देशमुख ने ही जीत हासिल की, जबकि अन्य सभी भारतीयों ने ड्रॉ खेला। यह दिव्या देशमुख की जीत ही थी जिसने भारत को विजय दिलाई। दिव्या देशमुख फिर टीम की स्टार परफॉर्मर साबित हुईं। उन्होंने बोर्ड 3 पर नी शिकुन को हराया। इससे भारतीय महिलाओं ने चीन की चुनौती को विफल करते हुए 2.5-1.5 से जीत दर्ज की। आर वैशाली के खेल की भी तारीफ करनी होगी। वह गुओ क्यू के खिलाफ मुश्किल स्थिति में बचाव के लिए प्रशंसा की पात्र हैं।

आर वैशाली ने भी किया प्रशंसनीय कार्य

आर वैशाली ने अंत में एक टैक्टिकल शॉट का फायदा उठाकर चीनी खिलाड़ी को ड्रॉ के लिए मजबूर कर दिया। शीर्ष बोर्ड पर, डी हरिका ने झू जिनर को रोका, जबकि वंतिका अग्रवाल ने लू मियाओई की चाल का मुकाबला करते हुए मध्य गेम के आने पर आसान ड्रॉ हासिल किया। जॉर्जिया के कजाकिस्तान के खिलाफ जीत दर्ज करने की संभावना को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि भारतीय महिलाएं भी शीर्ष स्थान हासिल करेंगी। भारतीय महिला शतरंज टीम के फिर से स्वर्ण पदक के लिए प्रबल दावेदार बनने की संभावना है।