चैंपियंस ट्रॉफी में हिस्सा ले रही आठ टीम में बहुत ज्यादा नए खिलाड़ी नहीं हैं। इस बात की संभावना बहुत कम है कि मैच का रुख बदलने वाले बल्लेबाजों में कोई नया चेहरा उभर कर सामने आए। हालांकि, कुछ तेज गेंदबाज हो सकते हैं जो अंतर पैदा कर दें। यहां ऐसे पांच बल्लेबाजों के बारे में चर्चा की गई है, जो अपनी-अपनी टीम की सफलता में अहम भूमिका निभा सकते हैं। आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के दौरान दुबई में इन बल्लेबाजों पर सभी की नजरें रह सकती हैं। इनमें भारत के शुभमन गिल से लेकर ऑस्ट्रेलिया के ट्रेविस हेड तक शामिल हैं।
- शुभमन गिल (भारत): एकदिवसीय फॉर्मेट में 60 के शानदार औसत और 101 से अधिक के शानदार स्ट्राइक रेट के साथ 7 शतक और 15 अर्धशतक लगाने वाले शुभमन गिल ने 50 वनडे मुकाबलों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। यह ऐसा प्रारूप है जिसमें वह विराट कोहली से जिम्मेदारी लेने वाले खिलाड़ी हो सकते हैं। विराट कोहली और कप्तान रोहित शर्मा जैसे दो दिग्गज अब भी शुभमन गिल का मार्गदर्शन कर रहे हैं। यह टूर्नामेंट उनको सुपरस्टार से मेगास्टार में तब्दील कर सकता है।
- ट्रेविस हेड (ऑस्ट्रेलिया): पिछले कुछ साल ऑस्ट्रेलिया के इस बल्लेबाज के लिए सपने की तरह रहे हैं। निश्चित रूप से वह कभी नहीं चाहेंगे कि यह खत्म हो। उन्होंने पिछले कुछ समय से नॉकआउट मुकाबलों में भारत को काफी परेशान किया है। पाकिस्तान की बल्लेबाजी की अनुकूल पिचों पर ट्रेविस हेड फिर गेंदबाजी आक्रमण को तहस-नहस करने के लिए तैयार हैं। भारतीय प्रशंसकों को अब भी 19 नवंबर, 2023 (विश्व कप फाइनल) का दर्द सालता है। ट्रेविस हेड में विपक्षी टीमों का दिल दुखाने की क्षमता है।
- सलमान अली आगा (पाकिस्तान): सलमान अली आगा का 45 से अधिक का औसत असाधारण तो नहीं है, लेकिन जिन्होंने हाल ही में उन्हें बल्लेबाजी करते देखा है वे इस बात की पुष्टि करेंगे कि लाहौर का यह 31 साल का बल्लेबाज अपनी पहचान बना रहा है। अगर त्रिकोणीय श्रृंखला को ट्रेलर मानें तो उनके बल्ले से और भी बड़ी पारियां आने वाली हैं। वह एक क्लीन हिटर हैं और उनके पास तेज गेंदबाजों को खेलने के लिए बहुत समय है। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 350 से अधिक के लक्ष्य का पीछा करते हुए जिस तरह चीजों को नियंत्रित किया वह असाधारण था।
- डेवोन कॉनवे (न्यूजीलैंड): डेवोन कॉनवे का वनडे करियर छोटा है। इसमें उन्होंने केवल 33 मैच खेले हैं लेकिन इतने कम समय में ही उन्होंने दिखा दिया है कि वह अपनी इच्छानुसार गैप खोजने की क्षमता से मैच को अपने पक्ष में कर सकते हैं। वे स्पिनर्स के खिलाफ बेहतरीन बल्लेबाज हैं। चाहे पाकिस्तान हो या दुबई, टी20 लीग क्रिकेट हो या अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के लिए एशिया के दौरों ने उन्हें यहां की परिस्थितियों का अच्छा ज्ञान दिया है। अगर डेवोन कॉनवे चल पड़े तो न्यूजीलैंड का काम आसान हो जाएगा।
- हेनरिक क्लासेन (दक्षिण अफ्रीका): चाहे टी20 हो या वनडे जब कोई मैच का रुख बदलने वाले खिलाड़ी की बात करता है तो हेनरिक क्लासेन को भूलना बहुत मुश्किल है। वह बिना किसी परेशानी के गेंद बाउंड्री के पार पहुंचा सकते हैं। उन्होंने त्रिकोणीय श्रृंखला में एक मैच खेला और 56 गेंद पर 87 रन बनाए। उन्होंने शीर्ष स्तर के पाकिस्तानी आक्रमण के खिलाफ आसानी से रन बनाए। उन्होंने 58 वनडे मैच में 44 से अधिक के औसत और 117.44 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं। वह एक ऐसे खिलाड़ी है जो उपमहाद्वीपीय पिचों पर आक्रमण करना जानते हैं। आदिल रशीद र एडम जम्पा के खिलाफ हेनरिक क्लासेन की जंग देखने लायक होगी।