भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम का ऐलान कर दिया है। हालांकि टूर्नामेंट में टीम की प्लेइंग इलेवन का संयोजन क्या होगा यह अभी तय नहीं है। चैंपियंस ट्रॉफी के संयोजन तय करने के लिए ही इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में भी कई प्रयोग किए जा रहे हैं। हालांकि पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज जहीर खान के मुताबिक इससे खिलाड़ियों के अंदर असुरक्षित होने का भाव आ रहा है।
जहीर खान ने दिया बड़ा बयान
जहीर खान ने अपने पूर्व साथी गौतम गंभीर के तरीके पर सवाल उठाया है। उनका कहना है कि खिलाड़ियों के साथ बात करना अहम है। अगर ऐसा नहीं होगा तो टीम को नुकसान होना तय है।
फ्लेक्सिबिलिटी से खिलाड़ी होते हैं असुरक्षित
उन्होंने कहा, “आपने कहा है कि आपके पास फ्लेक्सिबिलिटी होना चाहिए। नंबर एक और दो होंगे लेकिन अन्य फ्लेक्सिबिल होंगे। उस फ्लेक्सिबिलिटी के भीतर, कुछ नियम भी लागू होते हैं। कुछ प्रोटोकॉल हैं जिनका आपको पालन करना होगा। कुछ बातचीत की आवश्यकता है, जो चीजों को सुव्यवस्थित करेगा। नहीं तो आप असुरक्षा पैदा कर रहे हैं, जो किसी स्तर पर वापस आएगी और आपको नुकसान पहुंचाएगी। आप नहीं चाहते कि ऐसा हो। इसलिए आपको उस स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना होगा।”
हर किसी का तरीका अलग
अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने कहा, ‘इसलिए मैंने कहा कि इस समय रीसेंसी पूर्वाग्रह बहुत मजबूत है। अगर आपको राहुल द्रविड़ के दृष्टिकोण और गौतम गंभीर के दृष्टिकोण की तुलना करनी है तो स्थिति गतिशील हो गई है। आप कह सकते हैं कि यह अच्छा, बुरा या बदसूरत है, या आप यह कह सकते हैं कि हम कैसे अनुकूलन करते हैं। प्रत्येक व्यक्ति इस प्रणाली का हिस्सा है, चाहे वह वरिष्ठ प्रबंधन हो या थिंक टैंक, चाहे वह खिलाड़ी हो, चाहे वह चयनकर्ता हो।’