चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारियों की चिंताओं के बीच कराची और लाहौर के स्टेडियम मरम्मत के बाद 5 फरवरी को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को सौंप दिए जाएंगे। 19 फरवरी को चैंपियंस ट्रॉफी शुरू होने से पहले पाकिस्तान, साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड की त्रिकोणीय सीरीज के दौरान दोनों मैदान पर मैच होगा। इस बात को लेकर चिंता जताई गई है कि क्या स्टेडियम टूर्नामेंट के लिए समय पर तैयार हो पाएंगे? क्या पीसीबी के पास इन स्टेडियमों में सभी नई अतिरिक्त सुविधाओं और निर्माण का जायज लेने के लिए पर्याप्त समय होगा?
कराची में नेशनल स्टेडियम के महाप्रबंधक अरशद खान ने कहा कि जनवरी के अंत तक नई इमारत और अन्य सुविधाओं पर काम पूरा हो जाएगा। 5 फरवरी को पीसीबी को मरम्मत के बाद स्टेडियम का कब्जा दे दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में भी इसी तरह प्रोग्रेस हुआ है। पीसीबी 5 फरवरी को स्टेडियम का नियंत्रण अपने हाथ में ले लेगा।
12 बिलियन पाकिस्तानी रुपये खर्च
पीसीबी ने इन दोनों स्टेडियमों और रावलपिंडी स्टेडियम की मरम्मत पर लगभग 12 बिलियन पाकिस्तानी रुपये खर्च किए हैं। कराची स्थित नेशनल स्टेडियम की पुनः डिजाइन की गई पांच मंजिला इमारत का निर्माण पूरा होने वाला है। इसमें ग्राउंड फ्लोर पर आईसीसी भ्रष्टाचार निरोधक और डोपिंग निरोधक इकाइयां, फिजियो रूम और मैच अधिकारियों के कमरे और दूसरी मंजिल पर अत्याधुनिक ड्रेसिंग रूम जैसी आधुनिक सुविधाएं हैं।
कॉरपोरेट और हॉस्पिटैलिटी बॉक्स में सीटों की वृद्धि
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार अरशद ने कहा कि कॉरपोरेट और हॉस्पिटैलिटी बॉक्स में भी 24 सीटों की वृद्धि हुई है। मुख्य भवन में लगभग 1000 लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी, जिसमें पांचवीं मंजिल पर चेयरमैन बॉक्स और प्रशासनिक ब्लॉक होगा। दर्शकों के लिए बेहतर फोल्डिंग कुर्सियां लगाई गई हैं, बैठने की जगह बढ़ाई गई है, नए वॉशरूम बनाए गए हैं, जबकि स्टेडियम में प्रवेश करने वाले प्रशंसकों के लिए पैदल चलने के लिए पुल का निर्माण किया जा रहा है।
एलईडी फ्लडलाइट्स लगाई गईं
दर्शक दो नए डिजिटल स्कोरबोर्ड पर होने वाली गतिविधियों को देख सकेंगे और डेनाइट मैच के लिए छह पोल पर आधुनिक एलईडी फ्लडलाइट्स लगाई गई हैं। आउटडोर नेट्स भी फ्लडलाइट्स से लैश हैं। इसी तरह गद्दाफी स्टेडियम में एक नई इमारत और इसी तरह की सुविधाएं भी जोड़ी गई हैं। चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारत और ऑस्ट्रेलिया समेत अन्य स्क्वाड जानने के लिए क्लिक करें।
